आचार्यश्री भारीमालजी महाप्रयाण द्विशताब्दी कार्यक्रम
एरोली
करें ओनेस्ट जर्नी अणुव्रत के द्वारा एवं अद्वितीय आचार्यश्री भारीमाल द्विशताब्दी महाप्रयाण दिवस पर कार्यक्रम अणुव्रत समिति मुंबई के तत्त्वावधान में शासनश्री साध्वी कैलाशवती जी एवं साध्वीवृंद के सान्निध्य में तेरापंथ भवन में आयोजित किया गया। अणुव्रत गीत के द्वारा मंगलाचरण तेयुप ने किया। तत्पश्चचात आचार संहिता का वाचन क्षेत्रीय सह-संयोजक सुनील मेहता ने किया। स्वागत भाषण, एरोली सभाध्यक्ष छोगालाल सोनी ने किया। शासनश्री साध्वी कैलाशवती जी, साध्वी पंकजश्रीजी, साध्वी ललिताप्रभाजी, साध्वी शारदाप्रभाजी, साध्वी सम्यक्त्वयशा जी की विशेष प्रेरणा रही। अणुव्रत समिति, मुंबई की अध्यक्षा कंचन सोनी ने कार्यक्रम के आयोजन हेतु साध्वीश्रीजी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए अणुव्रत और उत्कर्ष से जुड़ने की प्रेरणा दी। मंत्री वनिता बाफना ने अभिवंदना करते हुए कहा कि तेरापंथ के विरले आचार्य जो गुरु भिक्षु के कृपा पात्र थे, सत्य एवं समर्पण के पथगामी थे। एरोली ज्ञानशाला के बच्चों ने अणुव्रत पर कव्वाली द्वारा कार्यक्रम को रोचक बना दिया। महिला मंडल द्वारा लघु नाटिका प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में अणुव्रत समिति से जसराज छाजेड़, अनिल मादरेचा, पंकज चंडालिया, महावीर सोनी, मधु मेहता, विद्या सोनी, कल्पना जैन, आशा सोनी, अनिल चपलोत, रंजन हिरण की विशेष उपस्थिति रही। कार्यक्रम में एरोली तेरापंथी सभा, तेयुप, महिला मंडल, किशोर मंडल, कन्या मंडल, ज्ञानशाला परिवार की एवं तेरापंथ समाज के सभी श्रावक व श्राविकाओं की अच्छी उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन साध्वी शारदाप्रभा जी द्वारा किया गया। अंत में आभार ज्ञापन अणुव्रत समिति, नवी मुंबई के संयोजक पवन परमार द्वारा किया गया।