नवनियुक्त साध्वीप्रमुखाश्रीजी की अभिवंदना
जैनशासन दिवाकर, तेरापंथ सरताज, परम पावन आचार्यश्री महाश्रमण जी ने अपनी पावन जन्म स्थली एवं आचार्यश्री महाप्रज्ञजी की महाप्रयाण स्थली सरदारशहर में साध्वीप्रमुखा की नियुक्ति करके तेरापंथ के इतिहास में आज एक स्वर्णिम आलेख का आलेखन किया है। आज का दिन साध्वी समाज के लिए विशेष दिन है। श्रद्धेया शासनमाता, महाश्रमणी साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभाजी के महाप्रयाण के बाद जो स्थान रिक्त हो गया था, पूज्यप्रवर ने संघ पर कृपा करके उस स्थान को आज परिपूर्ण कर दिया है। वंदनीया साध्वीश्री विश्रुतविभाजी की साध्वीप्रमुखा के रूप में नियुक्ति करके पूज्यप्रवर ने हम साध्वियों को एक प्रबुद्ध, विवेकशील, अनुभव प्रवण, व्यवस्थाकुशल एवं उदारमना साध्वीप्रमुखा का उपहार दिया है। हम पूज्यप्रवर के श्रीचरणों में श्रद्धाप्रणत हैं एवं अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करते हैं।
वंदनीया नवनियुक्त साध्वीप्रमुखाश्री जी!
आज हम चेन्नई से आपश्री का वर्धापन करते हैं। आपके शुभ भविष्य की मंगलकामना करते हैं। परमपूज्य गुरुदेव के इंगितानुसार आप श्रमणी समुदाय को विकास की नई ऊँचाइयाँ प्रदान करें। प्रगति के प्रभास्वर स्वस्तिक उकेरें। अपनी श्रम बूँदों एवं प्रज्ञा के उजास से तेरापंथ साध्वी समुदाय का पथ आलोकित करें। आपके आचार का सौंदर्य, विचारों का गांभीर्य, व्यवहार का माधुर्य एवं औदार्य श्रमणी समुदाय के चेतनादीप को प्रज्ज्वल करता रहे। वंदनीया साध्वीप्रमुखा सरदारसती से लेकर शासनमाता साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभाजी तक की संपूर्ण साध्वी प्रमुखाओं के गुणों का समवाय आपमें अवतरित होकर संघ की सेवा करता रहे।
तप, जप, समता एवं सहिष्णुता की साधिका साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी! हम अंतःकरण से आपकी अभिवंदना कर रहे हैं। साध्वीप्रमुखा के चयन के अवसर पर आपका अभिनंदन करके हम स्वयं को अभिनंदित अनुभव कर रहे हैं। आपके नेतृत्व में हम चित्त समाधिपूर्वक हमारी संयम यात्रा को निर्बाध गति से गतिशील बनाए रखें, आपसे यह आशीर्वाद चाहते हैं। समय की अनुकूलता के अनुसार हम दूरस्थ साध्वियों को भी आपका ऊर्जामय संदेश प्राप्त हो सके, यह अभिलाषा करते हैं। आपके श्रीचरणों में विनत भाव से प्रणति करते हुए आपके सफल, सुखद एवं शुभ भविष्य की मंगलकामना।