साध्वीप्रमुखाश्री मनोनयन दिवस
महाश्रमण स्यूं मिल्यो उपहार, खिलग्यो आँगन में मंदार।
नयो इतिहास रचायो जी
नूतन दृश्य दिखायो जी
युगप्रधान री किरपा पाकर, सफल हुआ अरमान
साध्वीप्रमुखा चयन कराकर, दियो अद्भुत वरदान
गण रो गौरव खूब बढ़ाओ
गुरु इंगित ने सफल कराओ।
विलक्षण दीक्षा हुई संघ में अपणो नाम लिखायो
तुलसी गुरुवर रे श्री चरणां संयम ने अपनायो
करुणा महाप्रज्ञ री पाई
हर क्षण दीपै आ पुण्याई।
अनुपम उत्सव संघ मनावै, माने आज दीवाली
झूम रही है हर डाली पर कदम-कदम खुशहाली
खुशियाँ गण में बेअंदाज
प्रमुदित सारो सकल समाज।
ज्योतिपुंज स्यूं शक्ति पाकर आगै कदम बढ़ावा
(बहुश्रुत) आर्यप्रवर से आदर्श अनूठो जीवन में अपनावा
महिमा पूज्यप्रवर फैली
शास्ता री अनुपम है शैली।