
अक्षय तृतीया एवं भगवान ऋषभ अभिनंदन समारोह
भुवनेश्वर।
मुनि जिनेश कुमार जी के सान्निध्य में अक्षय तृतीया एवं भगवान ऋषभ वर्षीतप अभिनंदन समारोह का आयोजन तेरापंथी सभा द्वारा आयोजित हुआ। इस अवसर पर अमरावदेवी लूणकरण बैद के 15वें, रूपमदेवी जसराज बुरड़ के 10वें, मगनदेवी डूंगरमल बैद द्वितीय वर्षीतप का अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में तेरापंथी महासभा के अध्यक्ष मनसुखलाल सेठिया, पंचमंडल सदस्य भंवरलाल बैद, आंचलिक प्रभारी प्रफुल्ल बेताला, पारमार्थिक शिक्षण संस्था के कोषाध्यक्ष जसराज बुरड़, तेरापंथी सभा अध्यक्ष बच्छराज बेताला, भवन समिति के अध्यक्ष सुभाष भूरा, प्रकाश बेताला आदि गणमान्यजन उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा कि सभ्यता और संस्कृति की विकास यात्रा के पुरोधा भगवान ऋषभ कर्मयुग और धर्मयुग के प्रणेता थे। वे असि, मसि और कृषि के मंत्रदाता थे। मुनि कुणाल कुमार जी ने गीत प्रस्तुत किया। तेरापंथी सभा, कटक के मंत्री मनोज दुगड़, तेयुप के अध्यक्ष विवेक बेताला, तेममं अध्यक्ष मधु गीड़िया ने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर अनेक पदाधिकारीगण एवं सदस्यों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का शुभारंभ तेरापंथ कन्या मंडल के मंगलाचरण से हुआ। स्वागत भाषण तेरापंथी सभा के अध्यक्ष बच्छराज बेताला ने किया। तेममं ने ऋषभ स्तुति गीत प्रस्तुत किया। आभार ज्ञापन सभा मंत्री पारस सुराणा ने व संचालन मुनि परमानंद जी ने किया। तेरापंथी सभा द्वारा तपस्वियों का सम्मान किया गया।