मासखमण अभिनंदन समारोह का आयोजन
चेन्नई।
मुनि सुधाकर कुमार जी, मुनि नरेश कुमार जी के सान्निध्य में कन्या बाई भंसाली के मासखमण अभिनंदन समारोह का आयोजन रखा गया। मुनिश्री जी द्वारा नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। तत्पश्चात महिला मंडल की बहनों ने मंगलाचरण किया। आगंतुकों का स्वागत प्रवीण बाबेल ने किया। कन्या बाई भंसाली का परिचय मनोज गादिया ने दिया। मुनि सुधाकरजी ने कहा कि तप सिर्फ दो अक्षरों का नाम है पर कर्म निर्जरा का सबसे बड़ा माध्यम है, तन को तपाकर विरले ही ऐसे काम कर सकते हैं, चातुर्मास से पहले ही कन्या बाई भंसाली ने मासखमण की भेंट दी है, तप का कलस धर्मसंघ पर चढ़ाया है।
मुनिश्रीजी ने कन्या बाई भंसाली के मासखमण अभिनंदन करते हुए शुभकामनाएँ प्रेषित की। मुनि नरेश कुमार जी ने कहा कि जिनका मजबूत मनोबल हो वो ही तप के मार्ग पर आगे बढ़ सकता है। कन्या बाई भंसाली इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है, जिन्होंने इतनी गर्मी और इस उम्र में मासखमण करके संघ पर कलश चढ़ाया है। मुनिश्री ने तप का अभिनंदन गीतिका के माध्यम से किया। संघीय संस्थाओं से तेरापंथ सभा के अध्यक्ष प्यारेलाल पितलिया, तेयुप के उपाध्यक्ष विकास कोठारी, महिला मंडल की मंत्री रीमा सिंघवी, विनोद डांगरा, पदमा दुगड़ सभी ने वक्तव्य एवं नीरज गोगड़, अशोक लुणावत, दमयंती बाफना और सुरेखा दुगड़ ने गीतिका के माध्यम से तपस्वी बहन का अभिनंदन करते हुए शुभकामनाएँ संप्रेषित की। कार्यक्रम में अनेक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम को सफल बनाने में केएलपी परिवार का सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन शांति दुधोड़िया ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रदीप दुगड़ ने किया।