एकादशम सम्राट का जीवन विराट है
साउथ कोलकाता।
साध्वी स्वर्णरेखाजी के सान्निध्य में तथा साउथ कोलकाता सभा की आयोजना में तेरापंथ भवन में पूज्य गुरुदेव की षष्ठीपूर्ति एवं युगप्रधान अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया।
साध्वीश्री जी ने कहा कि तेरापंथ के एकादशम सम्राट का जीवन विराट है, जिनके आभावलय का प्रकाश कोटि-कोटि रत्नों के प्रकाश से भी मूल्यवान है। समर्पण एवं संकल्प से जिन्होंने जीवन के हर पर्व को रसमय बना लिया है। मानव मन की अनमोल धरोहर बनकर सिद्धांतों के प्रति सजग करने वाले आत्मबोधि प्रदाता आचार्य हैं। युग की समस्या का समाधान करने वाले युगप्रधान आचार्य हैं।
युगप्रधान अलंकरण समारोह में साध्वी स्वस्तिकाश्री जी एवं
साध्वी सुधांशुप्रभाजी के संयोजकत्व में कवि सम्मेलन का अनूठा रंग जमा इसमें सात कवियोंµप्रमोद पटावरी, निर्मल कुमार बैद, इंद्ररचंद छाजेड़, प्रदीप कुंडलिया, अशोक खटेड़, बालकवि मनन बागरेचा तथा कवियत्री साध्वी गौतमयशाजी ने काव्यधारा के प्रवाह में सबको
बहा लिया।
कोलकाता सभा के मंत्री अजय भंसाली, दक्षिण हावड़ा सभा के अध्यक्ष सुशील गीड़िया, सॉल्टलेक सभा के मंत्री विनोद संचेती, उपासक प्रवक्ता महावीर प्रताप दुगड़, जुगराज बैद, तरुण सेठिया, डॉ0 पुखराज सेठिया ने अपनी भावाभिव्यक्ति गीत, कविता, वक्तव्य आदि द्वारा की। कार्यक्रम का प्रारंभ साध्वीवृंद संग साठ श्रावक-श्राकविकाओं ने युगप्रधान अभिवंदना गीत का संगान करके वातावरण को महाश्रमणमय बना दिया। कार्यक्रम का संचालन साउथ सभा के सहमंत्री कमल कोचर ने किया।