स्वागत समारोह का आयोजन
कांटाबाजी।
चातुर्मासिक नगरी कांटाबाजी में नगर प्रवेश पर स्वागत समारोह मुन मुनि प्रशांत कुमार जी ने कहा कि आप सभी ने संतों का स्वागत किया है। सभी के मन में खुशी का भाव है। संत हमारे गाँव में पधारे हैं। सभी के मन में अच्छा उत्साह भावना है। यह भाव आगे से आगे बढ़ता रहे। साधु-साध्वी आते हैं, तो स्वागत एवं विदाई पर भावना को प्रकट करते हैं। संतों के प्रति यह भाव इसलिए होता है कि उनका जीवन त्याग का होता है। सभी यही चाहते हैं कि मेरा जीवन मेरा परिवार सुखी रहे, विघ्न, बाधाएँ दूर हो जाएँ। त्याग का हमेशा से भारतीय परंपरा में महत्त्व रहा है। सच्चा सुख त्याग संयम में है। साधना के विभिन्न प्रयोग करें। अध्यात्म का विकास हो, यह प्रयास होना चाहिए।
मुनि कुमुद कुमार जी ने कहा कि चातुर्मास से पूर्व कांटाबाजी आना हुआ है। चारित्रात्माओं के प्रवास से ज्ञान, दर्शन, चारित्र तप की जीवन में साधना करें। कार्यक्रम का शुभारंभ महिला मंडल के मंगलाचरण से हुआ। सभा अध्यक्ष युवराज जैन, महिला मंडल अध्यक्षा बॉबी जैन, तेयुप से विकास जैन, किशोर मंडल संयोजक सोहन जैन, संजय जैन, अजय जैन, कन्या मंडल, ज्ञानशाला परिवार ने गीत एवं वक्तव्य के द्वारा अभिव्यक्ति दी। कार्यक्रम का संचालन प्रांतीय सभा संगठन मंत्री अंकित जैन ने किया।