अवबोध
(2) दर्शन (सम्यक्त्व) मार्ग
प्रश्न-3 : सम्यक्त्व की प्राप्ति कैसे होती है?
उत्तर : अनंतानुबंधी चतुष्कक्रोध, मान, माया व लोभ तथा दर्शन मोहनीय के तीनसम्यक्त्व, मिथ्यात्व व मिश्रइन सात प्रकृतियों के क्षय, क्षयोपशम या उपशम से सम्यक्त्व प्राप्त होती है।
प्रश्न-4 : सम्यक्त्व के हेतु कितने हैं?
उत्तर : (1) निसर्ग बिना किसी प्रयत्न के सहज कर्म विलय से जो सम्यक्त्व उपलब्ध होती है, उसे निसर्ग
सम्यक्त्व कहते हैं।
(2) अधिगम उपदेश या किसी बाह्य निमित्त से उपलब्ध सम्यक्त्व अधिगम कहलाती है।
प्रश्न-5 : सम्यक्त्व के कितने प्रकार हैं?
उत्तर : सम्यक्त्व के पाँच प्रकार हैं
(1) औपशमिक (2) क्षायिक (3) क्षायोपशमिक
(4) सास्वादन (5) वेदक
(क्रमश:)