आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी के 102वें जन्म दिवस समारोह के आयोजन - अध्यात्म के महासूर्य थे आचार्यश्री महाप्रज्ञ
सिकंदराबाद
साध्वी काव्यलता जी ने आचार्य महाप्रज्ञ के 102वें जन्म दिवस पर अपने उद्बोधन में कहाप्रज्ञा दिवस पर हम प्रज्ञा पुरुष के अवदानों का स्मरण करते हैं। महाप्रज्ञ जी ने अपनी ज्ञान रूपी रश्मियों से इस धरा को आलोकित किया। आज विश्व कोरोना जैसी महामारी से भयाक्रांत है, उस प्रज्ञा पुरुष ने अपनी निर्मल प्रज्ञा से विश्व शांति को अनेक सूत्र दिया और भविष्य में होने वाले घटनाक्रम को भी अपने प्रवचन के माध्यम से विश्व व्यापी बनाया। साध्वीश्री जी ने युग पुरुष के अवदानों की चर्चा की।
पेगा कॉलोनी की बहनेंअमिता, श्वेता, नीलम के मधुर स्वरों से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। जैन सेवा संघ के अध्यक्ष अशोक बरमेचा ने जीवन विज्ञान के अवदान पर विशेष बल देते हुए अपने आराध्य की यशोगाथा की सुंदर अभिव्यक्ति दी। जैन तेरापंथ वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष महेंद्र भंडारी ने प्रज्ञा के समंदर के विविध पहुलुओं पर श्रद्धा समर्पित की। तेरापंथ सभा के उपाध्यक्ष बाबूलाल बैद ने योगी पुरुष को अभिवंदना की।
तेयुप अध्यक्ष राहुल श्यामसुखा, कार्यकर्ता नवीन लुणिया ने जन-जन आस्था धाम के रूप में युवा शक्ति की ओर से अभिवंदना की। तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्षा प्रेम पारख ने अपने महिला समूह के साथ मनमोहक गीत की सुंदर प्रस्तुति से सभा को मंत्रमुग्ध कर दिया।
समारोह में टीपीएफ के अध्यक्ष मोहित ने अपने गुरु उपकार पर गर्व व्यक्त किया। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष प्रकाश भंडारी, सुमधुर गायक इंद्रचंद सेठिया आदि ने अपनी श्रद्धा समर्पित की।
प्रकाश दफ्तरी ने साध्वीश्री जी एवं आगंतुकों का स्वागत किया। साध्वी सुरभिप्रभा जी ने मधुर गीत एवं साध्वी ज्योतियशा जी ने मंच संचालन किया।
विशेष समारोह में हिंदी मिलाप पत्र को सब-एडिटर सरिता जैन ने ‘महाप्रज्ञ’ के दर्शन को जीवन दर्शन बनाकर अपने जीवन को स्वस्थ एवं तनावमुक्त बनाने की औषध प्रेक्षाध्यान पर विशेष चर्चा की। तेरापंथ सभा द्वारा सरिता बैद का साहित्य द्वारा सम्मान किया गया।