अणुव्रत समिति द्वारा बालोदय एजुटूर का आयोजन
मुंबई।
अणुविभा का एक महत्त्वपूर्ण प्रकल्प हैµअणुव्रत बालोदय। अणुविभा का राजसमंद स्थित मुख्यालय चिल्ड्रन्स पीस पैलेस इस प्रवृत्ति का मुख्य केंद्र है। अणुव्रत समिति, मुंबई की पहल पर तीन दिवसीय बालोदय एजुटूर का आयोजन किया गया। इस टूर में 74 बच्चों सहित 89 सदस्य शामिल थे। किसी अणुव्रत समिति के तत्त्वावधान में आयोजित बालोदय एजुटूर का यह प्रथम अवसर था जो यादगार और उपलब्धिपरक रहा। ट्रेन में बच्चों ने 8 समुह बनाकर नाटिकाओं और स्वनिर्मित कलात्मक चित्रों के माध्यम से यात्रियों को नशे के दुष्परिणामों से परिचित कराया और नशामुक्ति के लिए प्रेरित किया। जब दल मालवी जंक्शन रेलवे स्टेशन पहुँचा तो वहाँ अणुविभा के कार्यकर्ता उपस्थित थे। और सभी सदस्य बसों से राजसमंद पहुँचे जहाँ तिलक और स्वागत संगीत के साथ अगवानी हुई। परिचय सत्र में बच्चों ने मौन प्रार्थना की, अणुव्रत गीत गाया।
दूसरे दिन बच्चों ने चार समुह बनाकर विभिन्न बालोदय दीर्घाओं को देखा और कुछ दीर्घाओं में आयोजित एक्टिविटीज में हिस्सा लिया। अणुव्रत दर्शन की चित्रदीर्घा में बच्चों ने अणुव्रत जीवनशैली पर आधारित चित्रों को देखा, समझा और प्रश्नोत्तरी में भाग लिया। बालोदय पुस्तकालय में बच्चों ने अपनी पसंदीदा पुस्तकें पढ़ीं। अंतिम सत्र में बच्चों ने अपने अनुभव साझा किए। सभी संभागियों को सर्टिफिकेट ऑफ पार्टिसिपेशन प्रदान किए गए। विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया गया। इस सत्र में राजसमंद की विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने भी बच्चों को संबोधित किया और संयमित जीवनशैली को अपनाने की प्रेरणा दी। केलवा में प्रवासित मुनि धर्मेश कुमार जी ने बच्चों को अणुव्रत का महत्त्व समझाया, संकल्प कराए और जीवन-विज्ञान के प्रयोग कराए।
अणुविभा अध्यक्ष संचय जैन के मार्गदर्शन में संपूर्ण अणुविभा राजसमंद टीम ने बालोदय एजुटूर को सफल बनाने में अपने समर्पित प्रयास नियोजित किए। व्यवस्था की दृष्टि से सहमंत्री जगजीवन चोरड़िया का श्रम उल्लेखनीय रहा। साथ ही बालोदय प्रभारी देवेंद्र आचार्य एवं अन्य कार्यकर्ताओं ने दिन-रात मेहनत कर व्यवस्थाओं को सुचारु बनाने का काम किया। प्रवृत्ति संचालन में मोनिका बाफना, मोनिका राठौड़, प्राची त्रिपाठी और तनुश्री मेहता का समन्वय उल्लेखनीय रहा। जीवन-विज्ञान सत्र सीमा कावड़िया ने कुशलता के साथ किया। अणुविभा उपाध्यक्ष अशोक डूंगरवाल, न्यासी गणेश कच्छारा, नीना कावड़िया, विमल कावड़िया व कमलेश कच्छारा का विशेष सहयोग रहा। प्रेक्षा कोठारी ने बालोदय एजुटूर के यादगार लम्हों को कैमरे में कैद किया।
समिति अध्यक्षा कंचन सोनी ओर मंत्री वनिता बाफना स्वयं इस यात्रा का नेतृत्व कर रही थीं। संयोजक के रूप में सुशील हिरण और सह-संयोजक शीला चंडालिया का श्रम रहा। अंजु कोठारी, मधु मेहता, डिम्पल हिरण, पूनम परमार, केल्सि चंडालिया, आशा सोनी, सीमा सोनी, अल्पा खंडोर, चंद्रा खंडोर, जितेश ढालावत, महावीर सोनी सहित सभी टीम मेम्बर्स के श्रम, सहयोग व व्यवहार ने बच्चों को आत्मीय माहौल प्रदान किया।