नव मनोनीत साध्वीप्रमुखाश्रीजी के अभिनंदन कार्यक्रम

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नव मनोनीत साध्वीप्रमुखाश्रीजी के अभिनंदन कार्यक्रम

हैदराबाद
साध्वी त्रिशला कुमारी जी के सान्निध्य में तेरापंथ धर्मसंघ की नवम् साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी का अभिनंदन समारोह का आयोजन अमीरपेट में अशोक सुराणा के निवास स्थान पर किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ तेयुप के द्वारा मंगलाचरण से हुआ। तेयुप के उपाध्यक्ष प्रमोद भंडारी ने आगंतुक सभी भाई-बहनों का स्वागत किया। सभा अध्यक्ष सुरेश सुराणा, मंत्री सुशील संचेती महासभा की ओर से महेंद्र भंडारी ने साध्वीप्रमुखाश्री जी के व्यक्तित्व एवं कर्तृत्व को रेखांकित करते हुए मंगलभावना प्रेषित की।
साध्वीप्रमुखाश्री जी के पारिवारिकजनों ने अपने कुल गौरव की अभ्यर्थना करते हुए अपनी प्रसन्नता की अभिव्यक्ति दी। लाडनूं की लाडली को लाडनूं परिवार ने वर्धापित किया। उपासिका बहनों ने महिला मंडल ने गीत का संगान किया। ज्ञानशाला परिवार की मनमोहक प्रस्तुति ने सभी को भावविभोर कर दिया। साध्वी रश्मिप्रभाजी ने गीतिका से समा बांध दिया। साध्वी संपत्तिप्रभाजी ने अपने विचार व्यक्त किए। साध्वी त्रिशला कुमारी जी ने कहा कि जैन शासन में साध्वीप्रमुखाओं की समुज्ज्वल परंपरा रही है। भगवान ऋषभ के समय महासती ब्राह्मी ने साध्वी समाज का नेतृत्व किया तो भगवान महावीर के युग में महासती चंदनबाला ने छत्तीस हजार साध्वियों का नेतृत्व करते हुए साध्वी समाज के गौरव को शिखरों तक चढ़ाया है।
मंजु सुराणा ने स्वरचित गीत के माध्यम से साध्वीप्रमुखाश्री को वर्धापित किया। साध्वी कल्पयशाजी ने समणी जीवन के 8 वर्षों के साधु जीवन से संबंधित अपने अनुभवों को साझा किया। कार्यक्रम का संचालन कल्पयशाजी ने किया। अंत में आभार ज्ञापन अशोक सुराणा ने किया। तेयुप के नवीन लुनिया ने सुराणा परिवार का आभार व्यक्त किया।