नव मनोनीत साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी के प्रति हृदयोद्गार
साध्वी अमितप्रभा
हम अपने सौभाग्य की सराहना किन शब्दों में करें, जिन्हें तीन-तीन युगप्रधान आचार्यों के शासनकाल में जीने का सुअवसर मिला, मिल रहा है। तीनों ही चन्देरी की साध्वी-प्रमुखाओं के मंगल नेतृत्व में साधना के पथ पर गतिमान होने का मंगल अवसर मिला और अब भी युगों-युगों तक मिलता रहे, यही दिली आशंसा है। निरामय और निर्विध्न रूप से अपनी विश्रुत विभा से भैक्षवगण का गौरव प्रवर्धमान करते रहें, यही मंगलकामना है।