नव मनोनीत साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी के प्रति हृदयोद्गार
साध्वी मधुस्मिता
अनुत्तर पुण्यवानी के धनी, अनुत्तर साधना सम्पन्न आर्यप्रवर एकादशमाधिशास्ता ने आदरास्पद मुख्य नियोजिका साध्वीश्री विश्रुताविभाजी को साध्वी प्रमुखा पद पर नियुक्त कर हम सबको निहाल कर दिया है। श्रद्धेया साध्वी प्रमुखाश्रीजी शासनमाता के चरणों का अनुगमन करती हुई आपश्री के मार्गदर्शन में साध्वी समाज को चित्त समाधि प्रदान करेगी। हम सौभाग्यशाली हैं, जिन्हें युग प्र्रधान आचार्य प्रवर का कुशल नेतृत्व प्राप्त है। हे तीर्थंकर तुल्य गुरूदेव! आपश्री युगों-युगों तक शासना करते हुए मंगलमय गीत हमें सुनाते रहें। हम गुरु दृष्टि की आराधना में सदैव तत्पर रहें।