प्रतिक्रमण रूपांतरण कार्यशाला का आयोजन
बीकानेर।
साध्वी कनकरेखा जी के सान्निध्य में अभातेममं के निर्देशानुसार बीकानेर तेममं के तत्त्वावधान में प्रतिक्रमण रूपांतरण कार्यशाला का समायोजन हुआ। महिला मंडल के मंगलाचरण से कार्यशाला प्रारंभ हुई। साध्वी कनकरेखा जी ने कहा कि प्रतिक्रमण चित्तशुद्धि का बहुत बड़ा साधन है। जान-अनजान में आत्मा पर लगे हुए पापों का प्रक्षालन कर आत्मा को पवित्र बनाने की प्रयोगशाला है-प्रतिक्रमण। साध्वी गुणप्रेक्षाश्री जी ने ‘सवाल हमारे जवाब आपके’ इस पर जिज्ञासा-समाधान का सत्र चला। सही जवाब देने वालों को पुरस्कृत किया गया।
दूसरे चरण में आचार्यश्री महाश्रमण जी की षष्टीपूर्ति पर 18 पुस्तकों की ऑनलाइन प्रतियोगिता में भाग लेने वालों को एवं सावन मास की अंत्याक्षरी प्रतियोगिता विजेताओं को बसंती नौलखा द्वारा पुरस्कृत किया गया। जैन विद्या कार्यशाला श्रेष्ठ केंद्र व्यवस्थापिका के रूप में चंद्रकलानी महात्मा का चयन किया गया, केंद्रीय शील्ड देकर सम्मानित किया गया। महिला मंडल अध्यक्ष प्रेम नौलखा ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन दीपिका बोथरा ने किया।