मासखमण तप अभिनंदन के कार्यक्रम
ठाणे
शासनश्री साध्वी जिनरेखा जी के सान्निध्य में जगदीश मादरेचा के मासखमण तप अभिनंदन समारोह तेरापंथ सभा भवन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत शासनश्री साध्वी जिनरेखा जी ने नमस्कार महामंत्र द्वारा की। मंगलाचरण ठाणे महिला मंडल की बहनों ने सुमधुर गीतिका के द्वारा किया। शासनश्री साध्वी जिनरेखा जी ने कहानी के माध्यम से तपस्या के महत्त्व को समझाया। साध्वी मधुरयशा जी ने कहा कि तपस्या द्वारा व्यक्ति अपने संचित कर्म का क्षय कर मोक्ष की ओर अग्रसर बनता है।
संयोजिका प्रिया मूथा एवं भांडुप सभा के मंत्री देवेंद्र ने तपस्वी के तप की अनुमोदना की। भांडुप संयोजिका श्वेता पोखरणा व अनीता राठौड़, ठाणे से रतन, मनोहर कच्छारा ने गीतिका का संगान किया। साध्वीश्री जी ने सामुहिक तपस्या की गीतिका का संगान किया। सभा अध्यक्ष रमेश सोनी, श्री भिक्षु महाप्रज्ञ ट्रस्ट के अध्यक्ष निर्मल श्रीश्रीमाल ने अपना वक्तव्य दिया। गुरु प्रदत्त साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी के संदेश का वाचन सभा मंत्री नरेश बाफना ने किया। तप अभिनंदन पत्र वाचन उपाध्यक्ष मनोहर कच्छारा ने किया। अनेक भाई-बहनों ने तपस्या का सम्मान तपस्या द्वारा किया।