भगवान पार्श्वनाथ निर्वाण कल्याणक दिवस के आयोजन
माधावरम्
भगवान पार्श्वनाथ निर्माण कल्याणक महोत्सव मुनि सुधाकर जी के सान्निध्य में जप-तप अनुष्ठान के साथ मनाया गया। जप अनुष्ठान में मुनि सुधाकर जी ने कहा कि भगवान पार्श्वनाथ जैन धर्म के तेईसवें तीर्थंकर हुए हैं, उनके लिए पुरुषादानिय विशेषण प्रयुक्त हुआ है। मंत्र शास्त्र में पार्श्वनाथ प्रमुख रहे हैं। उनकी स्तुति में जितने स्तोत्र लिखे गए हैं, शायद अन्य तीर्थंकरों की स्तुति में लिखे गए। मुनि नरेश कुमार जी ने स्तवना का संगान किया। स्वागत स्वर श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ माधावरम् ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी घीसूलाल बोहरा ने किया। कार्यक्रम का संचालन कविता मेड़तवाल ने एवं मंगलाचरण मन्नली एरिया की बहनों ने किया। समारोह के प्रायोजक अकलकंवर मानकचंद रांका का सम्मान ट्रस्ट की ओर से किया गया। समारोह को सफल बनाने में जैन तेरापंथ नगर के कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग रहा। धन्यवाद ज्ञापन प्रवीण सुराणा ने दिया।