उत्सव रिश्तों का, प्रेम देवरानी-जेठानी का
तेजपुर।
समणी निर्देशिका मधुरप्रज्ञा जी, समणी शुभप्रज्ञा जी व समणी मननप्रज्ञा जी का पावन प्रवास तेजपुर में हुआ। आपश्री का यह पावन प्रवास तेजपुर के श्रावक समाज में अध्यात्म की लौ को पुनः प्रज्वलित करने वाला था। इस अवसर पर समणी निर्देशिका मधुरप्रज्ञा जी के सान्निध्य में तेरापंथ महिला मंडल ने अभातेयुप के निर्देशानुसार ‘उत्सव रिश्तों का, प्रेम देवरानी-जेठानी का’ कार्यक्रम आयोजित किया। सभा के निर्देशन में तेजपुर ज्ञानशाला द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें ज्ञानशाला के बच्चों ने अपनी प्रस्तुति दी। इन आठ दिनों के प्रवास में समणी मधुरप्रज्ञा जी ने अपने प्रवचन में मनुष्य भव की उपयोगिता, सम्यक्त्व प्राप्ति के मार्ग, लोगस्स पाठ की सारगर्भिकता, व्याख्या आदि के माध्यम से श्रावक-श्राविकाओं को लाभान्वित किया। इच्छुक साधकों को तत्त्वों के बारे में जानकारी दी।
प्रवचन के दोनों समय ही श्रोतागणों की उपस्थिति अच्छी रही। रात्रिकालीन प्रवचन में अंत्याक्षरी, आध्यात्मिक प्रश्नोत्तरी व महिला मंडल की बहनों से पंचासार का नाटक करवाया। नाटक के माध्यम से जनता को ज्ञान, दर्शन, चारित्र, तप और वीर्य के विषय में सटीक जानकारी मिली। समणीवृंद का यह प्रवास तेजपुरवासियों के लिए यादगार बन गया।