हर दिल में हो अध्यात्म का प्रवेश
सिकंदराबाद।
तेरापंथी सभा के तत्त्वावधान में नगर प्रवेश के अवसर पर साध्वी मंगलप्रज्ञा जी का स्वागत समारोह सुराणा भवन मलकपेट में आयोजित किया गया। साध्वीश्री जी ने कहा कि परम प्रसन्नता है कि हम परम पूज्य गुरुदेव द्वारा निर्देशित अपने चातुर्मास क्षेत्र में पहुँच गए हैं। भगवान महावीर ने धर्म और अध्यात्म में प्रवेश के चार द्वार-क्षमा, मुक्ति, ऋजुता, मृदुता बताए हैं। धर्म के प्रथम द्वार क्षमा की साधना करें। जीवन को शांत सरोवर बनाएँ। कषाय के बंधन से मुक्त रहें। हम सौभाग्यशाली हैं जिन्हें वीतराग शासन, मर्यादित, अनुशासित, भैक्षव शासन मिला है। वर्तमान में आचार्यश्री महाश्रमण जी का सशक्त सान्निध्य मिला है। गुरु दृष्टि हमारे लिए परम सृष्टि है।
अभिनंदन समारोह में तेरापंथी सभा के अध्यक्ष बाबूलाल बैद ने स्वागत स्वर प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एल0बी0 नगर के एम0एल0ए0 देवी रेड्डी, सुधीर रेड्डी ने कहा कि मुझे यह अवसर भाग्योदय से प्राप्त हुआ है। समय-समय पर मैं आध्यात्मिक सान्निध्य का लाभ उठाता रहूँगा। कन्या मंडल एवं ज्ञानशाला ने प्रस्तुतियाँ दी। साध्वी चैतन्यप्रभा जी, साध्वी शौर्यप्रभा जी ने अपने गीत के द्वारा भाव व्यक्त किए। श्री संघ मलकपेट की ओर से पारस दोसी ने स्वागत किया।
महिला मंडल अध्यक्ष अनिता गिडिया ने विचार व्यक्त किए। सभा के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार सुराणा, महिला मंडल, ज्ञानशाला प्रशिक्षिकागण, अणुव्रत समिति अध्यक्ष प्रकाश भंडारी, महासभा की ओर से ललित बैद सहित अनेक पदाधिकारियों ने शुभकामनाएँ प्रेषित की। साध्वी राजुलप्रभा जी ने कहा कि अब जागरण का समय आ गया है। आगे उठने का समय आ गया है। इस चातुर्मास को अपने पुरुषार्थ से उपलब्धि भरा बनाएँ।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित एल0बी0 नंबर के विधायक सुधीर रेड्डी, जैन सेवा संघ के अध्यक्ष योगेश सिंघवी, महामंत्री अशोक मूथा, उपाध्यक्ष सुभाष सिरोहिया, विनोद संचेती एवं अन्य सभी पदाधिकारियों और सदस्यों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम से पहले साध्वीवृंद चैतन्यपुरी से विशाल जुलूस के साथ मलकपेट सुराणा भवन पहुँचे। कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मीपत बैद और राकेश सुराणा ने किया। आभार ज्ञापन सभा मंत्री सुशीला संचेती ने किया।