मंत्री मुनि सुमेरमल ‘लाडनूं’
कर्म बोध
प्रकृति व करण
प्रश्न 9 : गोत्र कर्म बंध के क्या कारण हैं?
उत्तर : गोत्र कर्म बंध के आठ कारण हैंµ
जाति, कुल, बल, रूप, तपस्या, श्रुत, लाभ, ऐश्वर्य
अहंकार करने से नीच गोत्र व न करने से उच्च गोत्र कर्म बंध के कारण बनते हैं।
प्रश्न 10 : अंतराय कर्म बंध के क्या कारण हैं?
उत्तर : अंतराय कर्म बंध के पाँच कारण हैंµ दान, लाभ, भोग, उपभोग, वीर्यµइनमें बाधा पहुँचाना।
(क्रमश:)