आचार्यश्री महाश्रमण जी के दीक्षा दिवस के आयोजन
दिल्ली
तेरापंथ धर्मसंघ के 11वें आचार्य युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण जी एक ज्योति पुरुष और अध्यात्म के शिखर हैं। आचार्य के दीक्षा के पचास वर्ष का अवसर पूरे धर्मसंघ के लिए उल्लास और धार्मिकता के संवर्द्धन की प्रेरणा का अवसर है। ये विचार शासनश्री साध्वी संघमित्रा जी ने अणुव्रत भवन में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए। मंगलाचरण साध्वी समाधिप्रभा जी ने गुरु अभ्यर्थना के रूप में किया। इस अवसर पर शासनश्री साध्वी शीलप्रभा जी, साध्वी डॉ0 सूरजयशा जी, साध्वी ओजस्वीप्रभा जी के वक्तव्य हुए। साध्वी समाधिप्रभा जी का भी वक्तव्य हुआ। श्रावक समाज की ओर से समाजभूषण मांगीलाल सेठिया, सभाध्यक्ष सुखराज सेठिया, तेममं अध्यक्षा मंजु जैन, तेयुप मंत्री अभिनंदन बैद, पुष्पा बैंगानी, तेममं मंत्री यशा बोथरा, कमला भंसाली, मंजू भूतोड़िया आदि ने आचार्यप्रवर की अभिवंदना में विचार रखे। महिला मंडल द्वारा तत्त्वज्ञान प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ हुआ। तेयुप ने भी गुरु आराधना के संकल्प व्यक्त किए। 51 महिलाओं द्वारा सामूहिक गीतिका की प्रस्तुति हुई। इस अवसर पर साध्वीवृंद ने सामूहिक गीत भी प्रस्तुत किया। संचालन महामंत्री प्रमोद घोड़ावत ने किया। स्व0 पुखराज डूंगरवाल स्मृति ग्रंथ का लोकार्पण प्रवीण डूंगरवाल द्वारा करवाया गया।