आचार्यश्री महाश्रमण जी के दीक्षा दिवस के आयोजन
साउथ हावड़ा
आचार्यश्री महाश्रमण जी का 50वाँ दीक्षा दिवस तेयुप के तत्त्वावधान में मुनि जिनेश कुमार जी के सान्निध्य में मनाया गया। इस अवसर पर कोलकाता महानगर की शाखा परिषदें-दक्षिण हावड़ा, उत्तर हावड़ा, दक्षिण कोलकाता, लिलुआ, हिंदमोटर, टॉलीगंज, बेहाला, कलकत्ता मेन, मध्य, उत्तर कोलकाता आदि विशेष रूप से उपस्थित थी। इस अवसर पर मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा कि आचार्यश्री के दीक्षा दिवस को युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। युवा समाज की तस्वीर है, तकदीर है, युवा समाज की रीढ़ व ऊर्जा है। युवा श्रमशील, विचारशील, सहनशील, कर्मशील, चारित्रशील बने। मुनि परमानंद जी ने कहा कि आचार्यश्री महाश्रमण दृढ़-संकल्प, पूर्ण समर्पण व प्रबल पुरुषार्थ के धनी हैं। इस अवसर पर मुनि कुणाल कुमार जी ने गीत का संगान किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीक्षार्थी मुमुक्षु अंकिता चोरड़िया, मुमुक्षु संजना पारख द्वारा महाश्रमण अष्टकम् के संगान से हुआ। स्वागत भाषण तेयुप के अध्यक्ष वीरेंद्र बोहरा ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर तेरापंथी सभा, साउथ हावड़ा के अध्यक्ष लक्ष्मीपत बाफना ने विचार व्यक्त किए। आभार ज्ञापन तेयुप मंत्री गगन बैद ने किया एवं संचालन मुनि परमानंद जी ने किया।