संस्कार निर्माण शिविर का आयोजन
सिरियारी
तेरापंथ जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा के तत्वावधान में आचार्यश्री भिक्षु समाधि स्थल संस्थान में ‘शासनश्री’ मुनि मणिलालजी स्वामी, व्यवस्थापक मुनि आकाशकुमारजी व मुनि हितेन्द्रकुमारजी के पावन सान्निध्य में विराट संस्कार निर्माण शिविर का आयोजन हुआ। प्रतिदिन प्रातः 5.15 से बच्चे भक्तामर, प्रार्थना व मंगल पाठ के लिए उपस्थित होते थे, f'kfoj esa izFke fnu श्री चामुण्डा माता मंदिर, दूसरे दिन सिरियारी ठाकुर के निवास स्थान पर, तीसरे दिन धम्मगिरि पर्वत पर एवं चौथे दिन समाधि स्थल परिसर में ध्यानयोग की कक्षाएं चली। शिविरार्थी बच्चों ने मिलकर 5 दिन में 5 लाख से अधिक का जप किया। इसके अतिरिक्त izfrfnu अलगअलग विभिन्न सत्रों में कार्यक्रम vk;ksftr gq,A
शिविर में समागत बच्चों को उद्बोधन प्रदान करते हुए मुनि मणिलालजी स्वामी ने कहा कि बच्चों में संस्कारों का विकास होना चाहिए। जीवन में अनुशासन का महत्व, व्यवहार कैसा हो व जीवन में शांति व संयम कैसे आए इत्यादि विषयों पर मुनिश्री द्वारा गीतों आदि के माध्यम से समझाया गया। मुनि आकाशकुमारजी ने The Power of Positivity के बारे में बताया। उन्होंने अपनी बात को रोचक कहानी के माध्यम से बताते हुए कहा कि सकारात्मकता का ‘स’ स्वर्ग है और नकारात्मकता का ‘न’ नरक है। मुनिश्री ने ‘संयममय जीवन हो’ गीत की आधुनिक संदर्भ में व्याख्या की। गीत को Self Decipline, Honesty is the Best Policy जैैसे विषयों के साथ जोड़ कर संगान किया तो बच्चे भी गीत गाते हुए भाव विभोर हो उठे।
मुनि हितेन्द्रकुमारजी ने SANSKAR शब्द के अलगअलग अक्षरों की व्याख्या की, जिसमें सहजता, सौम्यता, मौन, क्षमायाचना मुख्य थे। उसके बाद NIRMAN शब्द की व्याख्या करते हुए कहा कि जीवन को अच्छे संस्कारों के माध्यम से निर्मित किया जा सकता है। अंत में मुनिश्री ने SHIVIR शब्द की व्याख्या करते हुए शिविर का उद्देश्य व महत्व बताया एवं कहा कि इस शिविर के माध्यम से अपने जीवन का निर्माण किया जा सकता है।
बच्चों को अलगअलग तरह से प्रशिक्षण देने के लिये सूरत से भव्य बोथरा, इंदौर से सुनिल सामोता एवं इंदौर की मनोचिकित्सक माया बोहरा उपस्थित हुए। प्रगति सुराणा, संयम व सम्या सुराणा ने Mind Brain Activation विषयक सत्र में आंख पर पट्टी बांध कर रंगअक्षर आदि पहचान कर सभा को चमत्कार कर दिया। जयपुर के रजत संचेती ने बच्चों को Magic Tricks दिखाई एवं शिविर की व्यवस्थाओं में पूर्ण सहयोग किया। शिविर के lQy vk;kstu esa महेन्द्र सिंघवी व बाहुबली भंसाली us मुख्य भूमिका निभाई। सिरियारी संस्थान परिवार us आगंतुक शिविरार्थियों, प्रशिक्षिकाओं, वक्ताओं आदि ds fy, O;oFkk,a dhA सभी बालकों का सिरियारी संस्थान के द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। शिविर में चयनित संस्कारी बालक, अनुशासित बालक, श्रेष्ठ संस्कारी बालक को पुरस्कृत किया गया।