अवबोध

स्वाध्याय

अवबोध

कर्म बोध
प्रकृति प्रकरण
प्रश्न 22. कषाय चतुष्क से किन आत्मिक गुणों का अभिघात (विनाश) होता है?
उत्तर : अनन्तानुबंधी चतुष्क से सम्यक्त्व का अभिघात * अप्रत्याख्यानी चतुष्क से देशव्रत का अभिघात
प्रत्याख्यानी चतुष्क से महाव्रत का अभिघात * संज्वलन चतुष्क से यथाख्यात का अभिघात
प्रश्न 23. प्रत्येक प्रकृति किसे कहते हैं?
उत्तर : जो प्रकृति स्वयं में एक है, जिसके कोई भेदप्रभेद नहीं है, उसे प्रत्येक प्रकृति कहते हैं। उसकी संख्या आठ हैं
1. अगुरु   2. उपघात   3. पराघात   4. उच्छ्वास   5. आतप   6. उद्योत   7. निर्माण   8. तीर्थंकर
प्रश्न 24. पिंड प्रकृति किसे कहते हैं?
उत्तर ः जिसके अवांतर प्रकृति के रूप में और भी भेद होते हैं, उसे पिंडप्रकृति कहते हैं। उसकी संख्या चौदह है
1. गति   2. जाति   3. शरीर   4. अंगोपांग   5. बंधन    6. संघात   7. संस्थान   
8. संहनन   9. वर्ण   10. गंध   11. रस    12. स्पर्श   13. आनुपूर्वी   14. विहायोगति
प्रश्न 24. आयुष्य कर्म बंध में काम आने वाले करण कौन से हैं?
उत्तर ः जीव अगले जन्म के आयुष्य बंध की जो प्रवृत्ति करता है, उसे करण कहते हैं, उसके मूल पांच प्रकार है
1. द्रव्य करण   2. क्षेत्र करण   3. काल करण   4. भव करण   5. भाव करण (क्रमश:)