मुमुक्षु आयुषी चोपड़ा का मंगल भावना समारोह

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मुमुक्षु आयुषी चोपड़ा का मंगल भावना समारोह

दोंडाइचा
आचार्यश्री महाश्रमणजी की सुशिष्या साध्वी पावनप्रभाजी के सान्निध्य में दोंडाइचा तेरापंथ भवन में मुमुक्षु आयुषी चोपड़ा बेलगांव का मंगल भावना समारोह सादगीपूर्ण वातावरण में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम में सकल जैन समाज तथा खानदेश के विभिन्न क्षेत्रों से श्रावकश्राविकाओं की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का मंगलाचरण साध्वीश्रीजी द्वारा नमस्कार महामंत्र के उच्चारण के साथ हुआ। साध्वी पावनप्रभाजी ने अपने पावन व प्रेरणामयी उद्बोधन में कहा ‘तेरापंथ धर्मसंघ की दीक्षा अद्भूत है। इसमें दीक्षार्थी की पहले शिक्षा, समीक्षा,परीक्षा और फिर होती है दीक्षा। मुमुक्षु आयुषी चोपड़ा पूज्य गुरुदेव के करकमलों से मुंबई esa संयम जीवन स्वीकार करने के लिये जा रही है। मैं इसके भावी जीवन के प्रति यही मंगलकामना करती हूं कि विद्या, विनय,विवेक का त्रिवेणी संगम तुम्हारे संग रहे।’
मुमुक्षु आयुषी चोपड़ा के पिताजी महेन्द्र चोपड़ा ने अपने वक्तव्य में मुमुक्षु आयुषी की वैराग्य भावना एवं पूज्य गुरुदेव की अनुकंपा से पारमार्थिक शिक्षण संस्था में प्रवेश के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मुमुक्षु आयुषी चोपड़ा साध्वी उन्नतयशाजी एवं साध्वी कृतार्थप्रभाजी की संसारपक्षीया भानजी है। मुमुक्षु आयुषी चोपड़ा ने अपने वक्तव्य में ‘वाचिक हिंसा’ के संदर्भ में अपने विचार रखे तथा सभी को वाचिक हिंसा से बचने की प्रेरणा प्रदान की।
इस कार्यक्रम में खानदेश तेरापंथी सभा के अध्यक्ष नानकराम तनेजा, पूर्वाध्यक्ष इंदरचंद कांकरिया,महासभा के खानदेश क्षेत्र के प्रभारी ऋषभ गेलडा, खानदेश सभा सहमंत्री राजेश मqनोत आदि की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम का सुचारू रूप से संचालन सभा मंत्री राजेंद्र बेदमुथा एवं आभार सभाध्यक्ष प्रदीप मqनोत ने किया।