मंत्र दीक्षा के विविध आयोजन
सिवानी
तेरापंथ भवन में शासनश्री साध्वी कुंथुश्री जी के सान्निध्य में सभा के तत्त्वावधान में मंत्र दीक्षा का कार्यक्रम आयोजित किया गया। मंगलाचरण ज्ञानशाला के बच्चों ने अर्हं-अर्हं की वंदना फले गीत से किया।
साध्वी कुंथुश्री जी ने ज्ञानशाला के विद्यार्थियों को विधिवत मंत्र दीक्षा दिलाई, मंत्र का उच्चारण एवं मंत्र दीक्षा के संकल्प करवाए गए। साध्वीश्री जी ने कहा कि मंत्र में अनंत शक्ति होती है, इसकी ध्वनि तरंगें सारे शरीर को प्रभावित करती हैं। यह नमस्कार मंत्र नहीं महामंत्र है, यह चित्त को निर्मल बनाता है। आधुनिक युग में भटकाव के अनेक रास्ते हैं। बच्चों को सुस्थिर करने के लिए मंत्र दीक्षा दी जाती है, बचपन में दृढ़ आस्था के साथ मंत्र का स्मरण करने से सुसंस्कारों का बीज अंकुरित होता है। साध्वी सुलभयशा जी एवं साध्वी संबोधयशा जी ने बच्चों को सिखलाया, ज्ञानशाला के बच्चों ने नमस्कार मंत्र पर प्रेरणास्पद नाटिका प्रस्तुत की।
प्रभारी ऋतु जैन ने विचार व्यक्त किए। सभाध्यक्ष रतनलाल जैन, अमित जैन, संदीप जैन ने ज्ञानशाला के बच्चों को पुरस्कृत किया। मंच का संचालन साध्वी सुमंगलाश्री जी ने किया।