मंत्र दीक्षा के विविध आयोजन

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मंत्र दीक्षा के विविध आयोजन

भीनासर
अभातेयुप के तत्त्वावधान एवं स्थानीय तेयुप, भीनासर द्वारा बालक व बालिकाओं के लिए मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बालावस्था संस्कारों के निर्माण का महत्त्वपूर्ण समय होता है। क्योंकि बचपन में प्राप्त संस्कारों के आधार पर ही भविष्य बनता है। मंत्र दीक्षा संस्कार निर्माण की पहली भूमिका है। यह विचार मुनि चैतन्य कुमार जी ‘अमन’ ने मंत्र दीक्षा के कार्यक्रम में उपस्थित श्रावक समाज को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने आगे कहा कि आज के इस इलेक्ट्रोनिक मीडिया युग में बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी के कारण बच्चों के संस्कार के धूमिल हो रहे हैं और मोबाइल की बढ़ती हुई प्रवृत्ति शिक्षा और संस्कारों में नुकसान पैदा कर रही है। जीवन निर्माण के अनेक माध्यमों में एक है-मंत्र दीक्षा। मंत्र की शक्ति से व्यक्ति के जीवन में रूपांतरण होता है, जिससे बाल पीढ़ी को भटकाव से बचाया जा सकता है।
इस अवसर पर ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। बालक कुशल, अक्ष, गौरव ने गीत आदि प्रस्तुत किए। तेयुप अध्यक्ष मोहित सेठिया ने आभार ज्ञापित किया। ज्ञानशाला प्रशिक्षिका पिंकी कोचर ने संचालन किया। कार्यक्रम में मोहित सेठिया, विशाल सेठिया, सुमति पुगलिया, नवीन बैद, संदीप गुलगुलिया, युवराज बरमेचा विशेष रूप से उपस्थित थे।