मुनिश्री हेमराजजी की स्मृति सभा के आयोजन
कृष्णानगर, दिल्ली
उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनि कमल- कुमारजी स्वामी ने स्मृति सभा में अपने हार्दिक उद्गार व्यक्त करते हुए फरमाया कि महातपस्वी आचार्यश्री महाश्रमणजी ने बीदासर में एक साथ 47 दीक्षा देकर धर्मसंघ में एक दीक्षा का कीर्तिमान बनाया था। उनमें एक दीक्षार्थी मुनि हेमराजजी थे। उन्होंने वृद्धावस्था में दीक्षा लेकर गुरूदेव की असीम कृपा प्राप्त की, सुदुर प्रांतों की यात्रा में साथ रहे। गुरूदेव ने आपकी समयानुकूल व्यवस्था करके खूब चित्त समाधि प्रदान की। गृहस्थावास में अच्छे श्रावक थे तो साधुत्व को स्वीकार कर अच्छा संयम पालकर अपना काम सिद्ध किया। उन्हें अंतिम समय में शासनश्री मुनि विजय- कुमारजी का महनीय सहयोग प्राप्त हुआ। छापर सेवा केन्द्र में अनेक संतों ने साधनाकर अपने जीवन को सफल बनाया। उनकी आत्मा उत्तरोत्तर विकस करती हुई चरम लक्ष्य को प्राप्त करे, ऐसी मंगलकामना करते हुए चार लोगस्स का सामूहिक ध्यान करवाया।