बारह व्रत कार्यशालाओं के विविध आयोजन
ईरोड
बारह व्रत स्वीकरण कार्यशाला का आयोजन तेरापंथ युवक परिषद्, ईरोड द्वारा स्थानीय तेरापंथ भवन में उपासक हनुमानमल दूगड़़, प्रकाश पारख एवं रमेश पटावरी की उपस्थिति में किया गया। उपासक हनुमानमल ने विजय गीत से मंगलाचरण करते हुए कार्यशाला का प्रारम्भ किया। तेरापंथ युवक परिषद् के अध्यक्ष महेंद्र भंसाली द्वारा बारह व्रत कार्यशाला के आयामों पर प्रकाश डालते हुए स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया। उपासक महोदय ने कहा कि श्रावक वही है, जिसमें सम्यक्तव है। देव, गुरु और धर्म में अटूट श्रद्धा है। उन्होंने भगवान महावीर स्वामी के सिद्धांतों और उनके द्वारा प्रतिपादित धर्म की व्याख्या करते हुए आगार और अणगार धर्म के बारे में समझाया। उन्होंने श्रावक के व्रतों की व्याख्या करते हुए बताया कि जब तक हम व्रत ग्रहण नहीं करेंगे, तब तक दोषों का छुटकारा नहीं होगा। जैसे बिजली का कनेक्शन कट नही होता, तब तक हमें मिनिमम राशि का भुगतान करना पड़ता है, बिना ब्रेक गाड़़ी नहीं रुकती तो फिर कर्मांे की निर्जरा के लिए भी व्रतांे को ग्रहण करना जरूरी है। व्रतों को समझते हुए उन्हें स्वीकार करने की प्रेरणा दी गई। मंत्री ऋषभ नखत द्वारा आभार ज्ञापन किया गया।