मुनिश्री हेमराजजी का देवलोकगमन

मुनिश्री हेमराजजी का देवलोकगमन

जीवन परिचय
जन्म नाम : हेमराज गंग
पिता का नाम : नथमल गंग
माता : गोरा देवी
पत्नी : तोली देवी
दो पुत्र : भंवरलाल, विनोदकुमार
दो पुत्रियां : सुप्यार, रीना
जन्म : वि. सं. १९९२ माघ कृष्णा ३0
जन्म स्थान : करीमगंज, असम
निवासी : श्रीडूंगरगढ़, 
प्रवासी : करीमगंज (कर्मक्षेत्र)
गृहस्थ जीवन : ७८ साल
दीक्षा : २८ नवम्बर २0१३, बीदासर में पूज्य गुरुदेव 
  आचार्यश्री महाश्रमणजी द्वारा।
मुनि नाम : मुनि हेमराज
साधु जीवन : १0 वर्ष
चार चातुर्मास : मुनि रमेशकुमारजी के साथ, तत्पश्चात् गुरुकुलवास 
  में ५ चातुर्मास मुनि जितेन्द्रकुमारजी एवं अन्य संतों 
  के साथ- चेन्नई से छापर २0२२ तक
स्थिरवास : २0२२ से अंत तक छापर सेवा केंद्र में।
महाप्रयाण : १0 अगस्त २0२३ 
  (द्वितीय श्रावण कृष्णा दशम् २0८0)
स्वलिखित पुस्तक : ‘गुरुकृपा’, का लोकार्पण पूज्य गुरुदेव 
  आचार्यश्री महाश्रमणजी के कर कमलों 
  से १५ जुलाई २0२३ को।