उड़ान ज्ञान गगन में कार्यशाला
नंदनवन, मुंबई
तेरापंथ महिला मंडल मुंबई द्वारा आयोजित उड़ान ज्ञान गगन में कार्यशाला तेरापंथ एकादशम् अधिशास्ता आचार्यश्री महाश्रमणजी के पावन सान्निध्य में साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी की प्रेरणा से नंदनवन में आयोजित हुई। मुख्य वक्ता साध्वी सिद्धार्थप्रभाजी ने नमस्कार महामंत्र से कार्यशाला की शुरुआत की। साध्वीश्रीजी ने विषय ‘पल-पल उत्सव बन जाए’ को प्रतिपादित करते हुए कहा- उत्सव अर्थात सेलिब्रेशन। उन्होंने बताया कि तीर्थंकर के कल्याणक महोत्सव- जन्म, दीक्षा, केवलज्ञान और निर्वाण, जैन दर्शन के अनुसार यह पांच क्षण ऐसे हैं, जिनमें समूची सृष्टि आनंद का अनुभव करती हैं। सात बिन्दुओं को अपना कर जीवन के हर पल का उत्सव मना सकते हैं- 1. जिन, 2. रत्नत्रयी, 3. स्यादवाद, 4.सृष्टि शाश्वत, 5. कर्म, 6. उत्पाद, व्यय, ध्रोव्य व 7. एक मानवजाति। साध्वीश्रीजी ने बहनों की जिज्ञासाओं का बहुत ही सटीक समाधान दिया। अभातेममं ट्रस्टी प्रकाश तातेड, कार्यसमिति सदस्य एवं मुंबई उपाध्यक्ष तरुणा बोहरा, अलका मेहता, मीना सुराणा, पूर्वाध्यक्ष प्रेमलता सिसोदिया, भाग्यश्री कच्छारा, मुंबई महिला मंडल अध्यक्ष विमला कोठारी, मंत्री संगीता चपलोत, कोषाध्यक्ष सुनीता सुतरिया आदि सहित लगभग 800 से अधिक बहनों की सराहनीय उपस्थिति रही। अल्का पटावरी व सीमा बाफना का व्यवस्था में सहयोग रहा। ममता कोठारी ने संचालन और आभार ज्ञापन किया।