सम्यक् दर्शन कार्यशाला के विविध आयोजन
तिरुपुर
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तत्त्वाधान में तिरुपुर तेरापंथ महिला मण्डल के द्वारा साध्वी डॉ0 गवेषणाश्रीजी के सान्निध्य में सम्यक् दर्शन कार्यशाला का आयोज़न हुआ। आयोजन की मुख्य वक्ता अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की मुख्य ट्रस्टी पुष्पा बैंगानी रहीं। साध्वीश्रीजी के द्वारा महामंत्रोच्चारण से कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। मंगलाचरण तेरापंथ महिला मंडल की बहिनों ने किया।
मुख्यवक्ता अभातेममं मुख्य ट्रस्टी तत्वज्ञ श्राविका पुष्पा बैंगानी ने बताया कि श्रावक के लिए सम्यक् दर्शन कितना महत्त्वपूर्ण है, वह कैसे आता और जाता है, हम अपने सम्यक् दर्शन को कैसे पुष्ट रख सकते हैं। अगर हमें अपने अंतिम पड़ाव मोक्ष तक पहुंचना है तो हमें पहले पड़ाव सम्यक् दर्शन को पार करना बहुत जरूरी है। अगर एक बार क्षायिक सम्यक्तव आ गया तब हमें अपने अंतिम लक्ष्य मोक्ष तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता।
साध्वी डॉ0 गवेषणाश्रीजी ने फरमाया- जैन दर्शन में सम्यक दर्शन का बहुत बड़ा महत्व है। इसका तात्पर्य है-यथार्थ दृष्टिकोण। आज की वर्तमान भाषा में यदि कहें तो पॉजिटिव थिंकिंग। भगवान महावीर ने कहा जो तत्व जिस रूप में है, उसी उसी रुप में मानना सम्यक दर्शन है। आभार ज्ञापन मंत्री प्रीति भंडारी ने किया। कार्यशाला का संचालन सहमंत्री पूनम कोठारी ने किया।