पर्युषण पर्वाराधना के कार्यक्रम
शिवाकाशी
उपासिका बहिनंे राजश्री पुगलिया और उषा डागा के निर्देशन में आठ दिनों का ये महापर्व बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। उपासिका बहिनों ने तत्वज्ञान के बारे में और भगवान महावीर के सत्ताईस भवों के बारे में बहुत ही सुंदर ढं़ग से एवं साधारण शब्दांे में समझाया। खाद्य संयम दिवस पर शिवाकाशी तेरापंथ महिला मंडल ने मिलकर दस प्रत्याख्यान किए, सामायिक दिवस पर अभिनव सामायिक हुई, जप दिवस पर बारह घंटें का जप हुआ, मौन दिवस पर कन्या मंडल की दीप्ति ने चौबीस घंटे का मौन किया। आठों दिन व्याख्यान का प्रारंभ गीतिका से हुआ और ध्यान का प्रयोग भी करवाया गया। सायं सामूहिक प्रतिक्रमण व अर्हत वंदना में भी सभी ने पूरा लाभ उठाया। संवत्सरी के दिन सात पौषध भी हुए।
क्षमायाचना दिवस पर तेरापंथ महिला मंडल मंत्री बेला कोठारी ने कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण से की और संचालन भी किया। कन्या मंडल से दीप्ति बैद ने कविता के माध्यम से बहुत ही सुन्दर भाव व्यक्त किए। तेरापंथ महिला मंडल पूर्व मंत्री कुसुम बैद ने भी कविता के माध्यम से अपनी अभिव्यक्ति दी। तेरापंथी सभा अध्यक्ष मदन डागा ने अपनी प्रस्तुति से सभी को उत्साहित किया। तेरापंथी सभा के पूर्व अध्यक्ष नवरत्नमल डागा, तेरापंथ महिला मंडल पूर्व अध्यक्ष सम्पत देवी डागा, उपमंत्री प्रेम बैद ने अपने भाव व्यक्त किए। अन्त में उपासिका बहिनों ने भगवान महावीर के पथ का अनुकरण करते हुए आत्म कल्याण करने की प्रेरणा दी।