तपोभिनन्दन कार्यक्रम का आयोजन
पर्वत पाटिया
साध्वी हिमश्रीजी के सान्निध्य में तेरापंथ सभा भवन में श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा पर्वत पाटीया द्वारा तपोभिनन्दन समारोह का कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम की शुरुआत साध्वीवृंद के मंगलाचरण से हुआ। साध्वी हिमश्रीजी ने अपने मंगल उद्धबोधन में कहा कि तपस्या व्यक्ति की अन्तर्मुखी चेतना का जागरण करती है। तपस्या एक साधना है, जो वृत्तियों का शोधन करती है। शासनश्री साध्वी रमावतीजी ने कहा कि जैन धर्म में त्याग व तपस्या का बहुत महत्व है। साध्वीवंृद द्वारा गीतिका का सामूहिक संगान किया गया। साध्वीप्रमुखाश्रीजी द्वारा प्राप्त संदेश का वाचन साध्वी चैतन्ययशाजी द्वारा किया गया। तेरापंथी सभा मंत्री प्रदीप गंग द्वारा अभिनन्दन पत्र का वाचन किया गया। सभी तपस्वियों के परिवारों द्वारा अभिव्यक्ति दी गई।
तेरापंथी सभाध्यक्ष गौतम जैन, तेयुप अध्यक्ष दिलीप जैन व महिला मंडल से भूतपूर्व अध्यक्षा मनोज देवी गंग द्वारा तपस्वियों के प्रति भावरभिव्यक्ति दी गई। तपस्या के क्रम में हेमराज छाजेङ, सूरजमल पुगलिया, भावना खिवेसरा, ज्योति बाफना, राजेन्द्र सेठिया, विनय जैन, अनोप सेठिया, कृतज्ञ बाफना ने तपस्या का साध्वी श्री जी से प्रत्याख्यान किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन साध्वी मुक्तियशाजी ने किया। तपस्वियों की अनुमोदना में अनेक भाई-बहिनों ने तेले की तपस्या का संकल्प किया।