द पावर ऑफ सबकॉन्शियस माइंड कार्यशाला
इरोड
तेरापंथ महिला मंडल इरोड द्वारा आज द पावर ऑफ सबकॉन्शियस माइंड कार्यशाला में मोटिवेशनल स्पीकर पिंकी भंसाली ने कहा कि पांच इंद्रियों की वजह से जो कोई भी सूचना हमारे मन में जाती है तो पहले वह चेतन मन तक जाती है। हर कोई बात अवचेतन तक नहीं जाती मगर जब कोई यूनिक बाद देखते हैं, सुनते हैं, करते हैं या कोई हमारे भावों के साथ जुड़कर जो हमारे मन तक सूचना पहुंचती है और या जिसको हम बार-बार रिपीट करके हमारे मस्तिष्क तक सूचना पहुंचाते हैं, वह सबकॉन्शियस माइंड के अंदर स्टोर हो जाती है। इसके अलावा हम और तीन प्रकार से भी अवचेतन मन को फीड कर सकते हैं- 10 रात्रि में सोने से जस्ट पहले, 20 सुबह उठते ही व 30 मेडिटेशन के बाद। जो बात पूरी शिद्दत के साथ, दृढ़ निश्चय के साथ जो बात मन में ठान ली जाती है, अपने अवचेतन मन तक पहुंचाई जाती है, फिर वही अवचेतन मन आपके सपनों को अवश्यमेव पूर्ण करता है। कार्यशाला का कुशल संचालन तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष पिंकी भंसाली ने किया। कार्यशाला में उद्बोधन देते हुए प्रवक्ता उपासक अर्जुन मेड़तवाल ने कहा- अवचेतन मन में अनेक प्रकार के विचार भरे रहते हैं। उसमें सकारात्मक विचार भी होते हैं, नकारात्मकता विचार भी होते हैं। आदमी राग और द्वेष को त्यागे, नकारात्मक चिंतन को त्याग कर अपनी सोच को सकारात्मक बनाए, यह जरूरी है। उन्होंने आत्मिक विकास के लिए ज्ञाता-दृष्टा भाव का विकास करने की प्रेरणा दी।