मंगलभावना समारोह का आयोजन
जाटाबास, जोधपुर।
साध्वी रतिप्रभा जी के मंगलभावना समारोह का आयोजन तेरापंथ भवन में हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीश्री जी द्वारा मंत्रोच्चार के साथ हुआ। साध्वी रतिप्रभा जी ने कहा कि ‘बहता पानी निर्मला’ यह सूक्ति साधु-साध्वी के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है। आगम में बताया गया कि साधु चातुर्मास की संपन्नता पर विहार करे, जिससे उसके ज्ञान, दर्शन और चारित्र की शुद्धि बनी रहे। विहार मार्ग प्रशस्त है और श्रावक-श्राविका जो चातुर्मास में प्राप्त किया उसे खोएँ नहीं और आगे अध्यात्म का विकास हो यह प्रयास होता रहे। चातुर्मास सफल, सुखद रहा, इसमें आपका सहयोग और साध्वीश्री जी का श्रम प्रमुख कारण बना।
साध्वी कलाप्रभा जी ने कहा कि चातुर्मास जीवन को अध्यात्म में नहाने का सुंदर अवसर होता है। साध्वी मनोज्ञयशा जी ने कहा कि चातुर्मास सफल तभी बनता है जब देश, काल और भावµअनुकूल बनें। साध्वी पावनयशा जी ने कहा कि आंतरिक व्यक्तित्व के विकास का सुनहरा अवसर है चातुर्मास। आपने इसमें क्या पाया, क्या खोया, यह चिंतन होना चाहिए। तेरापंथ सभाध्यक्ष पन्नालाल कागोत, तरुण समदड़िया, धनपत मेहता, तेममं मंत्री पूजा सालेचा, परामर्शदात्री तारादेवी सुराणा, तृप्ति जैन आदि ने साध्वीश्री के प्रति अपनी मंगलभावना व्यक्त की। तेममं द्वारा सामूहिक गीत के द्वारा भावना व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन तेममं अध्यक्षा सरिता डोसी ने किया।