संतों का मिलन देता है मधुरता का संदेश

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संतों का मिलन देता है मधुरता का संदेश

विजयनगर।
बैंगलुरु के न्यू गुडदल्ली, मैसूर रोड-टोल गेट में मुनि हिमांशु कुमार जी और मुनि दीप कुमार जी का आध्यात्मिक मिलन हुआ। बड़ी संख्या में बैंगलुरु का श्रावक समाज उपस्थित था। मुनि हिमांशु कुमार जी ने कहा कि संतों का यह मिलन मधुरता का संदेश देता है। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें तेरापंथ शासन मिला है, ऐसे दृश्य हमारे संघ में उपस्थित होते हैं। एक-दूसरे के प्रति विनय और वात्सल्य का आदान-प्रदान होता है। मुनि दीप कुमार जी में विद्वता भी है, विनम्रता भी है। मुनि दीप कुमार जी, मुनि राकेश कुमार जी स्वामी जैसे विशिष्ट संतों की सेवा में रहे हुए हैं, उनकी कुछ छवि इनमें देखने को मिलती है। काव्य मुनि में अच्छी प्रतिभा है। हमारे संघ के विशिष्ट संत बनें, ऐसी आध्यात्मिक कामना करता हूँ। बैंगलुरु का श्रावक समाज भी श्रद्धालु है।
मुनि दीप कुमार जी ने कहा कि बड़े भाग्य से हमने यह जिनशासन पाया है और उसमें भी तेरापंथ सा संघ मिला है मानो तरुवर की छाया प्राप्त हो रही है। आचार्यश्री महाश्रमण जैसे गुरुवर प्राप्त हैं। मुनि हिमांशु कुमार जी स्वामी श्रमशील संत हैं। गांधीनगर में ऐतिहासिक चातुर्मास करके पधारे हैं। मुनि हेमंत जी भी कर्मठ हैं। आज मुनिश्री का यहाँ पधारना हुआ है। मैं मुनिश्री का स्वागत करता हूँ। एक ही शहर में बहुत सौहार्दपूर्ण वातावरण में दो चातुर्मास हुए। मनोहरलाल बाबेल परिवार सौभाग्यशाली है, ऐसे अद्भुत संत मिलन का प्रसंग उनके मकान में हो रहा है। मुनि हेमंत कुमार जी और मुनि काव्य कुमार जी ने भावपूर्ण उद्गार प्रगट किए। कार्यक्रम में बैंगलुरु तेरापंथी सभा अध्यक्ष कमल दुगड़, तेरापंथी सभा, विजयनगर के अध्यक्ष प्रकाश गांधी, अनीशा बाबेल, अक्षरा बाबेल ने भी विचार प्रकट किए।