अच्छे मानव बनने का संकल्प लें
वडोदरा।
साध्वी मंजूयशा जी अपनी सहवर्ती साध्वियों के साथ वडोदरा के सेंट्रल जेल में पधारी। वहाँ लगभग 700 कैदियों के बीच अणुव्रत समिति की ओर से कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से आई0पी0एस0 जगदीश बांगरवा, वेलफेयर आॅफिसर महेश राठौड़ आदि कई मुख्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम का प्रारंभ साध्वीश्री जी ने नमस्कार महामंत्र के उच्चारण से किया। साध्वी चिन्मयप्रभा जी, साध्वी इंदुप्रभा जी एवं साध्वी मानसप्रभा जी ने सामूहिक अणुव्रत गीत का संगान किया। साध्वीश्री जी ने कहा कि अणुव्रत सबको मानवता का पावन संदेश देता है। यह एक असांप्रदायिक मिशन है। यह हमें नैतिकता, सद्भावना एवं नशामुक्ति का जीवन जीने की प्रेरणा देता है। साध्वीश्री जी ने आगे कहा कि आज हमारे सामने कैदी समूह बैठा है। इंसान गलती का पुतला है। जाने-अनजाने में किसी भी प्रकार का छोटा या बड़ा अपराध हो जाता है। उसे अपराध का फल भोगना पड़ जाता है।
क्रोध, अहंकार, माया, लोभ, द्वेष, स्वार्थ, हिंसा, झूठ, चोरी आदि कई कारणों से मानव गलती कर देता है। गलती करना कोई बड़ी बात नहीं। किंतु भविष्य में ऐसी गलती न हो तो व्यक्ति इस बंधन से मुक्त हो सकता है। साध्वीश्री जी ने अणुव्रत अभियान के अंतर्गत नैतिकता, सद्भावना एवं नशामुक्ति पर प्रेरणादायी प्रवचन दिया और कैदियों को मानवता का पवित्र संदेश देते हुए भविष्य में ऐसा कोई अपराध न करने का संकल्प करवाया। साध्वीश्री जी ने ध्यान का भी सामूहिक प्रयोग करवाया। इस अवसर पर साध्वी चिन्मयप्रभा जी ने अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी। वहाँ के आईपीएस जगदीश बांगरवा, वेलफेयर आॅफिसर महेश राठौड़ एवं वहाँ के जेलर विपुलभाई बारिया ने भी अपने विचार रखते हुए साध्वीवृंद के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।
कार्यक्रम में तेरापंथ सभा के अध्यक्ष हस्तीमल मेहता, मंत्री दीपक श्रीमाल, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष राजेश मेहता, पूर्व अध्यक्ष संतोष सिंघी, तेयुप के पूर्व अध्यक्ष पंकज बोल्या, बाल किशन श्रीमाल, संपत मेहता, विनोद समदरिया, स्नेहलता समदरिया आदि कई भाई-बहन उपस्थित थे। अणुव्रत समिति, वडोदरा की ओर से सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्य अधिकारियों का अणुव्रत समिति की ओर से साहित्य आदि द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन तेरापंथ समाज के संयोजक भंवरलाल बडोला ने किया।