मंगलभावना समारोह के विविध आयोजन
सिकंदराबाद
तेरापंथ भवन में साध्वी डाॅ0 मंगलप्रज्ञा जी के सफलतम चातुर्मास की संपन्नता पर मंगलभावना समारोह मनाया गया। तेरापंथ सभा के तत्त्वावधान में आयोजित समारोह में साध्वी डाॅ0 मंगलप्रज्ञा जी ने कहा कि आज हमें आत्मिक प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है। हमारा भाग्यनगर में चातुर्मासिक आध्यात्मिक प्रवास सफल रहा। यह सफलता परम पावन गुरु कृपा का प्रसाद है। साध्वीश्री जी ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं, गौरवशाली हैं, जिन्हें उदीयमान उदितोदित, पुण्य प्रतापी गुरु की सन्निधि प्राप्त है। ऐसे दूरदृष्टा गुरु मिले जो हमारे जीवन की प्रतिपल रक्षा कर रहे हैं।
भाग्यनगर का संपूर्ण श्रावक समाज श्रद्धा समर्पण भावना से समृद्ध है। तेरापंथ का विनीत श्रावक समाज मिला, यह भी हमारा सौभाग्य है, जिनमें गुरु भक्ति, संघ भक्ति घनीभूत है। माता-पिता की उपमा से उपमित श्रावक-श्राविका समाज संत-सेवा में सदैव जागरूक है। सभा अध्यक्ष बाबूलाल बैद ने अपना दायित्व बखूबी निभाया। वे धीर, गंभीर और शांत प्रकृति के व्यक्ति हैं। संपूर्ण टीम कार्यकारी है। तेममं, तेयुप, टीपीएफ, अणुव्रत समिति, किशोर मंडल, कन्या मंडल, ज्ञानशाला परिवार आदि सभी संस्थाओं ने हर कार्यक्रम को उत्साह के साथ संपादित किया। गुरु इंगित की आराधना, संघ मर्यादा और अनुशासन की विशेष अनुपालना करें, यही हमारी आध्यात्मिक मंगलकामना है।
मंगलभावना के क्रम में चांद बैद, नीलम सेठिया एवं जया बेगवानी ने मंगल गीत प्रस्तुत किया। जैन तेरापंथ वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष महेंद्र भंडारी, तेरापंथी सभा, अध्यक्ष बाबूलाल बैद, तेममं अध्यक्षा कविता आच्छा, तेयुप, अध्यक्ष निर्मल दुगड़, टीपीएफ अध्यक्ष पंकज संचेती, अणुव्रत समिति अध्यक्ष प्रकाश भंडारी, तेरापंथी सभा के मंत्री सुशील संचेती, संपत नौलखा आदि अनेक जनों ने चातुर्मास को ऐतिहासिक बताते हुए आगामी विहार के प्रति मंगलकामना की। डी0वी0 काॅलोनी श्रावक परिवार ने गीत का संगान किया। कन्या मंडल एवं कन्या मंडल संयोजिका ने प्रस्तुति दी। ज्ञानशाला परिवार के साथ ज्ञानशाला प्रशिक्षिकाओं ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन महासभा प्रतिनिधि और तेरापंथी सभा के परामर्शक लक्ष्मीपत बैद ने किया।