माँ का दिशा बोध बेटी की उड़ान

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माँ का दिशा बोध बेटी की उड़ान

मदुरै।
अभातेममं के निर्देशानुसार तेममं द्वारा ‘माँ का दिशा बोध बेटी की उड़ान’ कार्यशाला का आयोजन स्थानीय तेरापंथ भवन में किया गया। महिला मंडल की बहनों ने प्रेरणा गीत द्वारा मंगलाचरण किया। महिला मंडल की अध्यक्षा लता कोठारी ने उपस्थित सभी बहनों एवं कन्या मंडल व ज्ञानशाला के बच्चों का स्वागत किया। कार्यक्रम में 9 माँ-बेटी की जोड़ियों ने भाग लिया। सभी ने अपने-अपने ढंग से अलग-अलग प्रकार से अपने भावों की प्रस्तुति दी। माँ-बेटी का रिश्ता दुनिया में सबसे अनमोल रिश्ता है। दुनिया में बच्चे के लिए सर्वप्रथम माँ गुरु होती है और वहाँ से ही संस्कारों का सिलसिला शुरू हो जाता है। अगर एक माँ अपनी बेटी को सही दिशा की ओर ले जाती है तो बेटी निश्चित ही ऊँची उड़ान भरती है। कन्या मंडल प्रभारी दीपिका फूलफगर ने संचालन और निर्णायक की भूमिका निभाई।
माँ-बेटी की बांडिंग को गेम्स के माध्यम से परखा गया, जिसमें भावना और मधु पारख प्रथम स्थान, वर्षा और वृद्धि गिया, लता और कश्वी कोठारी द्वितीय स्थान, सोना और लाव्य चोपड़ा, संगीता और मुस्कान सुराणा तृतीय स्थान पर रही। सभी जोड़ियों को महिला मंडल द्वारा पुरस्कृत किया गया। साथ में सभी प्रतियोगियों को प्रोत्साहन पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन बबीता लोढ़ा ने किया।