तेरापंथ महिला मंडल के विविध आयोजन
राउरकेला
तेरापंथ महिला मंडल द्वारा समणी निर्देशिका कमलप्रज्ञा जी, समणी करुणाप्रज्ञा जी एवं समणी सुमन प्रज्ञा जी के सान्निध्य में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। प्रेरणा गीत का संगान मंडल की बहिनों द्वारा किया गया। मंडल अध्यक्षा तरुलता जैन ने सभी बहनों का स्वागत करते हुए वूमेनट एंपावरमेंट पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मिसाल की एक मशाल सौ और को जगा सकती है। मंडल की बहिनों और कन्या मंडल द्वारा ‘नारी एक रूप अनेक’ विषय पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया। नाटक के माध्यम से बताया गया कि नारी अपने अनेक रूपों को निभाते-निभाते खुद को ना भूलें। शक्तिस्रोत, सहिष्णुता और संतुलन पर संपत भंसाली ने अपने विचार व्यक्त किए। कैंसर पर नेहा कोठारी ने सबको जागरूक किया और कहा कि साल में एक बार हमें पूरे शरीर का जांच जरूर करवाना चाहिए। रंजीता कोठारी को प्रेरणा सम्मान प्रदान किया गया।
समणी सुमन प्रज्ञा ने कहा कि नारी दुनिया की तकदीर है और तस्वीर है। हमारे धर्म संघ में प्रथम शासन माता का गौरवमयी पद प्राप्त करने वाली भी एक नारी ही है। समणी निर्देशिका कमलप्रज्ञा जी ने कहा कि दुनिया में तीन चीजें जरूरी होती हैं रोटी, पुस्तक और नारी। कार्यक्रम का आभार ज्ञापन नीतू कोठारी ने किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन मंत्री कविता डागा और मीनाक्षी बोथरा ने किया।