'पौध को सींचे' कार्यशाला का आयोजन
चेन्नई/कांचीपुरम। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मण्डल के तत्वावधान में तेरापंथ महिला मण्डल की आयोजना में, युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमणजी की सुशिष्या डॉ. साध्वी गवेषणाश्री जी के सान्निध्य में काँचीपुरम में 'पौध को सींचे' कार्यशाला का आयोजन हुआ। साध्वीश्री के नमस्कार महामंत्र समुच्चारण के बाद, महिला मंडल की बहिनों ने प्रेरणा गीत का संगान किया।
डॉ. साध्वी गवेषणाश्रीजी ने कहा कि माँ बच्चों की प्रथम पाठशाला होती हैं, संस्कारों का बीजारोपण करने वाली होती है। संस्कृति संवर्धन की संवाहक होती हैं। साध्वीश्री ने विशेष आह्वान करते हुए कहा कि महिला मंडल की सदस्यों को परिवार में बच्चों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। उनको संस्कारों की शिक्षा पर बल देने के साथ, चिंता को चिंतन में परिवर्तन करने का प्रयास करना चाहिए। साध्वीश्री ने कहा कि बच्चों को शाकाहार एवं मांसाहार की जानकारी दें और उन्हें मांसाहार से दूर रहने की शिक्षा दें। साध्वीश्री ने सभी महिलाओं को आध्यात्मिक संकल्प दिलवायें। साध्वी मयंकप्रभा जी ने बच्चो में संस्कार एवं मर्यादित जीवन शैली अपनाने के लिए सभी महिलाओं को प्रेरित किया। महिला मंडल अध्यक्षा प्रेमलता खांटेड ने स्वागत स्वर प्रस्तुत किये। सुनीता सिसोदिया ने आभार व्यक्त किया।