संगत, सलाहकार और संस्कार सही होने से लाइफ बनती है सक्सेसफुल
'सही संगत' से ही हमारा मूल्य बढ़ता है, एक के साथ जुड़ने पर शून्यों की तरह हम भी मूल्यवान बनते हैं। अतः अपना ग्रुप सर्कल अच्छे दोस्तों, व्यक्तियों के साथ होना चाहिए। उपरोक्त विचार एस एस जैन भवन, आवड़ी में चेन्नई महानगर प्रवेश पर समायोजित अभिनन्दन समारोह में आचार्यश्री महाश्रमणजी की सुशिष्या साध्वी डॉ गवेषणाश्री ने धर्मपरिषद् में रखे। गुड मैन बनने, सक्सेसफुल लाइफ के लिए प्रेरक प्रेरणा देते हुए साध्वीश्री ने आगे कहा कि कार्य की प्रगति, निर्देशन, डायरेक्शन के लिए हमें सही सलाहकार अपने पास रखने चाहिए।
तीसरे एवं महत्वपूर्ण बिन्दु पर साध्वीश्री ने कहा कि हमारे संस्कार सम्यक् होने चाहिए। सम्यक् ज्ञान से ही सम्यक् चारित्र होता है। आगामी माधावरम्, चेन्नई चातुर्मासिक प्रवास के लिए चेन्नई महानगर प्रवेश पर साध्वीश्री ने प्रसन्नता प्रकट की कि हम गुरुदेव की आज्ञानुसार आज चेन्नई शहर में मंगल प्रवेश कर रहे हैं। अपनी दीक्षा के 22 वर्ष पश्चात अपने संसारपक्षीय ननिहाल क्षेत्र आवड़ी में आने पर साध्वी मेरुप्रभाजी ने अपने विचार व्यक्त किए। साध्वी मंयकप्रभा ने कहा कि भारतीय संस्कृति के पास ग्रंथ, पंथ और संत रुपी तीन सम्पदाएं हैं। इनमें से महत्वपूर्ण संत सम्पदा से ही भारतीय संस्कृति जीवंत सस्कृति है। साध्वी दक्षप्रभा ने गीत का संगान किया।
मुख्य वक्ता जवाहरलाल कर्णावट ने कहा कि विश्व में सन्मार्ग, सुपथ दिखाने में चरित्र आत्माओं का विशेष योगदान है। जीवन में कौन से समय, कौनसा टर्निंग पॉइंट आ जाये, मालूम नहीं पड़ता, अतः सत्पथगामी बनने के लिए अटूट श्रद्धा के साथ महापुरुषों का अनुसरण करना चाहिए। इससे पूर्व प्रातः शुभ वेला में आवड़ी के मुख्य मार्गों से होती हुए अहिंसा रैली के साथ साध्वीवृन्द ने एस एस जैन संघ भवन प्रवेश किया। मंगलाचरण आवड़ी के बोहरा परिवार की सदस्याओं ने प्रस्तुत किया। स्वागत स्वर आवड़ी संघ से मदनलाल बोहरा, सभाध्यक्ष उगमराज सांड एवं माधावरम् तेरापंथ ट्रस्ट बोर्ड के प्रबन्ध न्यासी घीसूलाल बोहरा ने दिया।
अम्बत्तूर एवं आवड़ी ज्ञानाशाला ने लघुनाटिका के माध्यम से मनुष्य जन्म के महत्व को समझाया। ज्ञानाशाला प्रशिक्षिकाओं ने गीतिका का संगान किया। लता बोहरा, जैन महासंघ के अध्यक्ष प्यारेलाल पितलिया, साहुकारपेट तेरापंथ ट्रस्ट बोर्ड के प्रबन्ध न्यासी विमल चिप्पड़, ट्रिप्लीकेन के प्रबन्ध न्यासी सुरेश संचेती, साध्वीश्री के ज्ञातिजन, कोप्पल जैन संघ के मंत्री पारसमल जीरावला आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का कुशल संचालन प्रवीण सुराणा ने किया। आभार ज्ञापन माधावरम् ट्रस्ट से मंत्री पुखराज चोरड़िया और एस एस जैन संघ, आवड़ी से कोषाध्यक्ष हीरालाल रांका ने किया।