बच्चे अपने माता-पिता को देखकर सीखते हैं

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बच्चे अपने माता-पिता को देखकर सीखते हैं

टिटिलागढ़। टिटिलागढ़ तेरापंथ महिला मंडल द्वारा समणी निर्देशिका जिनप्रज्ञा जी एवं समणी क्षान्तिप्रज्ञाजी के सान्निध्य में गुड पेरेंटिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया। महिला मंडल के मंगलाचरण से कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ। महिला मंडल की अध्यक्षा बबीता जैन ने सभी का स्वागत किया। समणी निर्देशिका जिनप्रज्ञा जी ने गुड पेरेंटिंग को समझाते हुए अपनी बात रखी। समणी जी ने कहा कि बच्चे अपने माता-पिता को देखकर सबसे ज्यादा सीखते हैं। इसलिए गुड पेरेंटिंग के लिए माता-पिता को अपनी लाइफ स्टाइल चेंज कर लेनी चाहिए। हर मां-बाप अपने बच्चों काे अच्छा से अच्छा बनाना चाहता है। फिर भी कहीं न कहीं कुछ कमी है।
वर्तमान में माता-पिता बच्चों के ऊपर बहुत ज्यादा प्रेशर डालते हैं। माता-पिता बच्चों पर अपनी ख्वाहिशें थोपते हैं। यह मासूम जिंदगी के साथ खिलवाड़ है। बच्चों में 12 ,13 वर्ष तक थाइमस ग्रंथि एक्टिव रहती है जो कि बच्चों के विकास के लिए बहुत उपयोगी रहती है। बच्चे हाइपर हो जाते हैं तो ग्रंथि निष्क्रिय हो जाती है। समणी जी ने कई टिप्स के माध्यम से गुड पेरेंटिंग को समझाया। समणी जी ने कहा बच्चों को कभी भी डराना नहीं चाहिए। माता-पिता बच्चों के मन में अपने प्रति विश्वास पैदा करें। बच्चों की रेस्पेक्ट भी करें तथा बच्चों को सभी का रेस्पेक्ट करना सिखाए। बच्चों को आशावादी बनाएं।