गणाधिपति पूज्य गुरुदेव आचार्यश्री तुलसी के महाप्रयाण दिवस पर विविध आयोजन
'शासन गौरव' साध्वी कल्पलताजी के सान्निध्य में जैन विश्व भारती में ‘विसर्जन दिवस’ का आयोजन तुलसी अष्टकम के सामूहिक संगान से शुरू हुआ। तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष सुमन गोलछा ने सभी बहनों का स्वागत किया एवं अपने विचार व्यक्त किए। साध्वी वृन्द एवं समणी वृन्द ने सामूहिक गीत द्वारा अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। साध्वी शशिप्रभाजी, साध्वी तेजस्वीप्रभा एवं समणी प्रणवप्रज्ञाजी ने अपने उद्गार व्यक्त किए। गायक राजेश, पन्नालाल खटेड़, रेणु कोचर ,राजश्री भुतोड़िया एवं अनिरुद्ध शर्मा ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। विसर्जन दिवस पर बहनों ने विभिन्न पदार्थों, इच्छाओं, अहम और कषायों का विसर्जन किया। जमीकंद एवं रात्रि भोजन का त्याग, नवकारसी, पोरसी आदि के प्रत्याख्यान भी किए गए। आचार्य श्री तुलसी की स्मृति में सामूहिक जप किया गया। 'शासन गौरव' साध्वी कल्पलताजी ने कहा कि आचार्य श्री तुलसी क्रांतिकारी पुरुष थे। कार्यक्रम का कुशल संयोजन समणी डॉ. कुसुम प्रज्ञा जी ने किया। तेरापंथ महिला मंडल मंत्री राज कोचर ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर 'मौलिकता रहे सुरक्षित परिवर्तन सदा अपेक्षित' विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। निर्णायक की भूमिका शांतिलाल बैद एवं आलोक खटेड़ ने निभाई। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर मंजू बैद, द्वितीय स्थान पर राजश्री भुतोड़िया, तृतीय स्थान पर सुमन नाहटा रही एवं सुनीता बैद, किरण बरमेचा को सांत्वना पुरस्कार मिला।
लाडनूं के ही वृद्ध साध्वी सेवा केंद्र में साध्वी प्रमिलाकुमारीजी के सान्निध्य में भी गणाधिपति गुरुदेव तुलसी के 28वें महाप्रयाण दिवस को ‘विसर्जन दिवस’ के रूप में आयोजित किया गया। नमस्कार महामंत्र के पश्चात आचार्यश्री तुलसी की स्मृति में सामूहिक जप किया गया। नारी जाति के उन्नायक आचार्यश्री तुलसी की श्रद्धासिक्त अभिवंदना महिला मंडल ने गीतिका के माध्यम से की। साध्वीवृंद की सामूहिक गीतिका, समणी नियोजिका अमलप्रज्ञा जी, साध्वी केवलयशा जी, साध्वी आस्थाश्रीजी, साध्वी स्वस्तिकप्रभाजी, साध्वी तेजस्वीप्रभाजी ने अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। तेरापंथ महिला मंडल से उपमंत्री राजश्री भूतोड़िया, उपासिका डॉ. सुशीला बाफना, अणुव्रत समिति के संरक्षक शांतिलाल बैद आदि ने अपने विचार व्यक्त किये। पूर्व मंत्री नीता नाहर एवं वर्तमान मंत्री राज कोचर ने तुलसी जीवन गाथा की संयुक्त प्रस्तुति दी। संयोजन तेरापंथ महिला मंडल लाडनूं की मंत्री राज कोचर ने किया।