अभिनन्दन एवं शपथ विधि समारोह आयोजित
साध्वी रचनाश्रीजी के सान्निध्य में दीक्षार्थी बहन मुमुक्षु नुपुर का अभिनन्दन समारोह एवं तेरापंथ युवक परिषद का शपथ विधि समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर साध्वीश्री जी ने कहा कि चिदानंद के चरणों में पूर्ण समर्पण का नाम है दीक्षा। गुरु के चरणों में समर्पण रखने वाला व्यक्ति जीवन को सफल बना देता है। तेरापंथ की दीक्षा सर्वोत्तम दीक्षा है, इस संघ में दीक्षा लेने वाला टेंशन फ्री जीवन जीता है क्योंकि यहां पर सबकी चिंता स्वयं गुरु करते हैं। साध्वीश्री जी ने अपनी संसारपक्षीय भाणजी दीक्षार्थी बहन मुमुक्षु नुपुर के प्रति मंगलकामना करते हुए कहा कि तुम दीक्षित होने जा रही हो, गुरु के प्रति पूर्ण समर्पित रहते हुए गुरु की दृष्टि में ही अपनी सृष्टि की रचना करती रहना। साध्वी गीतार्थप्रभाजी ने अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। मुमुक्षु नुपुर ने वैराग्य से दीक्षा आदेश तक की यात्रा का वर्णन करते हुए अपने साध्वी रचनाश्रीजी एवं इंदौर सभा के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।
दीक्षार्थी बहन के परिवार से कनक देवी चौरडिया और मोनिका डागा ने अपने विचार रखे। साध्वीवृंद ने समूह गीत का सुमधुर संगान किया। विभिन्न सभा संस्थाओं के पदाधिकारियों ने मुमुक्षु नुपुर के संयम जीवन के प्रति मंगलकामना व्यक्त की। सभा के मंत्री राकेश भंडारी ने अभिनंदन पत्र का वाचन कर, समस्त पदाधिकारियों ने मुमुक्षु नुपुर को अभिनंदन पत्र भेंट किया। महिला मंडल ने अभिनंदन गीत प्रस्तुत किया। तेयुप द्वारा कार्यक्रम का मंगलाचरण किया गया। कार्यक्रम के प्रथम चरण का संयोजन सुमन दुगड़ ने किया। कार्यक्रम का दूसरा चरण तेयुप शपथ ग्रहण समारोह के रूप में आयोजित किया गया। तेयुप के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अर्पित पोरवाल एवं उनकी टीम ने जैन संस्कार विधि से शपथ ग्रहण की। सभी संस्था के पदाधिकारियों ने नवनिर्वाचित युवक परिषद की टीम के प्रति मंगल मंगलकामना की।