गणाधिपति पूज्य गुरुदेव आचार्यश्री तुलसी के महाप्रयाण दिवस पर विविध आयोजन
तेरापंथ भवन में साध्वी उज्जवलरेखाजी के सान्निध्य में गणाधिपति गुरुदेव श्री तुलसी का 28वां महाप्रयाण दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत साध्वीश्री द्वारा मंगलाचरण से हुई। साध्वीश्री उज्जवलरेखाजी ने अपने वक्तव्य में कहा कि गणाधिपति गुरुदेव श्री तुलसी ऐसे संत थे जिन्होंने अपने चरणों से धरती व चिंतन से आकाश को मापने का प्रयास किया। उनका बाह्य व्यक्तित्व जितना सुंदर था उतना ही आंतरिक व्यक्तित्व सुंदर था। आचार्य श्री तुलसी का शासनकाल विकास का स्वर्णिमकाल रहा। उन्होंने महिला समाज को एक नए शिखर पर पहुंचा दिया है। भारत के राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की पुस्तक लिविंग इन परपज में 16 महान व्यक्तियों के बारे में बताया है जिनमें एक व्यक्ति आचार्य श्री तुलसी हैं।
साध्वी हेमप्रभाजी ने कविता के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की। अमीषा लोढ़ा और बुद्धमल लोढ़ा ने अपने विचारों को रखा। साध्वी अमितप्रभाजी ने आचार्य श्री तुलसी के दर्शकों की यात्रा को बताते हुए कार्यक्रम का सुंदर संचालन किया। इस अवसर पर जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा और तेरापंथ युवक परिषद् की नूतन टीम का शपथ ग्रहण कार्यक्रम भी आयोजित हुआ। इसमें सभा के अध्यक्ष पद पर बुद्धमल लोढ़ा, उपाध्यक्ष- बजरंग सांड एवं नगराज बोरड़, मंत्री रतनलाल बांठिया, सहमंत्री चैनरूप बोथरा, कोषाध्यक्ष विमल दुगड़, प्रचार प्रसार मंत्री भभूतमल सोलंकी समेत कार्यसमिति सदस्यों ने शपथ ग्रहण की। तेरापंथ युवक परिषद में अध्यक्ष पद पर किशन तातेड़ और मंत्री पर सुमित सांड ने शपथ ग्रहण की। महासभा के कार्यसमिति सदस्य विनोद सिंघी ने शपथ ग्रहण करवाई।