गणाधिपति पूज्य गुरुदेव आचार्यश्री तुलसी के महाप्रयाण दिवस पर विविध आयोजन

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गणाधिपति पूज्य गुरुदेव आचार्यश्री तुलसी के महाप्रयाण दिवस पर विविध आयोजन

औद्योगिक नगरी के लघु उद्योग भवन में तेरापंथी सभा द्वारा पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री तुलसी का 28वां महाप्रयाण दिवस साध्वी रतिप्रभाजी, साध्वी मंगलयशाजी, साध्वी सम्पूर्णयशाजी ठाणा 13 के सान्निध्य में मनाया गया। साध्वीश्री द्वारा महामंत्र का उच्चारण किया। इस महाप्रयाण दिवस को विसर्जन दिन के रूप में मनाते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। कन्या मंडल द्वारा गीत से मंगलाचरण किया गया। साध्वी रतिप्रभाजी ने कहा आचार्यश्री तुलसी मानव धर्म के प्रवर्तक थे, उन्होंने दुर्भावों का, इच्छाओं का, मोह का विसर्जन कर अपने साथ जन-जन का विकास किया। उनका सम्पूर्ण जीवन अमृतमय था, उस अमृतमय वाणी से सभी का जीवन बदल जाता था। उन्होंने नारी जाति के उत्थान व उनके विकास के लिए कई कार्य किए, कई रूढ़ियों का प्रतिकार कर उन्हें समाप्त करने का कार्य किया। साध्वी मंगलयशाजी ने कहा गुरुदेव तुलसी ने बताया कि स्वार्थ की चेतना का विसर्जन कर जीवन को जीना। आचार्य श्री तुलसी ने अपने जीवन में ऐसे कई विसर्जन किए जिसमें महत्वपूर्ण है आपने अपने आचार्य पद का विसर्जन कर अपनी विद्यमानता में अपने उतराधिकारी को आचार्य पद प्रदान किया। साध्वी सम्पूर्णयशाजी ने कहा आचार्य श्री तुलसी एक दिव्य पुरुष थे। उनकी बाल्य अवस्था में संयम की भावना हुई और 11वर्ष की आयु में दीक्षा ले ली। आपकी बुदिमता आपका विलक्षण चिंतन व आपकी योग्यता देख आचार्य श्री कालूगणी ने अपना उतराधिकारी बनाया और आप मात्र 22वर्ष में तेरापंथ धर्म संघ के नवम आचार्य बने आपने मानव को मानव बनाने का काम किया। साध्वी कलाप्रभाजी ने कहा आचार्यश्री तुलसी एक विलक्षण महामानव थे जिन्होंने कितनों-कितनों का निर्माण किया। आपका चिंतन, निर्णय एवं कर्तृत्व बेजोड़ था। आपने भावी समय को देखते हुए नए-नए कार्य योजना बनाई जिसका कईयों ने विरोध किया पर आपने उनको विनोद के रूप में लेकर साहसी कार्य किया। साध्वीवृंद की ओर से 'एक संवाद तुलसी की पीएचडी पर' रोचक प्रस्तुति की गई। तेरापंथ सभा अध्यक्ष महेन्द्र वैद, सिवांची मालानी संस्था अध्यक्ष शांतिलाल डागा, तेयुप अध्यक्ष रौनक श्रीमाल, महिला मंडल अध्यक्षा निर्मला संखलेचा, अणुव्रत समिति उपाध्यक्ष कमलादेवी ओस्तवाल, सेजल भंडारी आदि ने अपने भावों से श्रद्धांजलि प्रदान की। महिला मंडल सदस्यों व सभा तेयुप स्वर संगम द्वारा गीत से श्रद्धांजलि दी। ज्ञानशाला के छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा उपकारी गुरु तुलसी के प्रति श्रद्धा भावों की प्रस्तुति दी। आभार सभा मंत्री प्रकाश वैद ने किया। कार्यक्रम का सफल संचालन साध्वी मौलिकप्रभाजी ने किया।