गणाधिपति पूज्य गुरुदेव आचार्यश्री तुलसी के महाप्रयाण दिवस पर विविध आयोजन
अभातेममं के तत्वाधान में गुरुदेव श्री तुलसी का महाप्रयाण दिवस विसर्जन दिवस के रूप में साध्वी प्रमोदश्रीजी ठाणा-5 के सान्निध्य में अमरनगर जीरावला हाउस में मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ साध्वीश्री ने नमस्कार महामंत्र से किया। तत्पश्चात् महिला मंडल द्वारा तुलसी अष्टकम् के द्वारा मंगलाचरण किया। साध्वी प्रमोदश्रीजी ने कहा कि आचार्य तुलसी भारतीय संस्कृति के उज्वल नक्षत्र थे, मानवता के सजग प्रहरी थे। 21वें सदी के मनस्वी, यशस्वी, ओजस्वी और तेजस्वी आचार्य थे। आप ऐसे सूरज थे जो जन-जन को प्रकाश बाँटते थे। आप ऐसे शंकर थे जो खुले हाथों अमृत बांटते थे। आप ऐसे महापुरुष थे जो जाति, वर्ग, लिंग, भेद भाव की सीमा से ऊपर उठकर संसार को सन्मार्ग दिखाते थे। आप प्रेरणापुंज थे जिन्होंने ने अपनी आत्मशक्ति से अनेकों की दृष्टि दी, गतिहीनों को पंख दिए और धर्म को नई पहचान दी। इससे पूर्व सभा अध्यक्ष सुरेश जीरावला ने स्वागत भाषण दिया। महिला मंडल अध्यक्ष दिलख़ुश तातेड़ ने आचार्य तुलसी के विसर्जन पर प्रकाश डाला। अमिता बैद ने गुरुदेव तुलसी के अवदानों पर अपने विचार व्यक्त किया। ज्ञानशाला संयोजिका अर्चना बुरड, कन्या मंडल संयोजिका कनिका बाफ़ना, अणुव्रत समिति संयोजिका सुधा भंसाली, तेयुप मंत्री देवीचन्द तातेड़ ने अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। साध्वी पार्श्वप्रभाजी एवं साध्वी विजयप्रभाजी ने आचार्यश्री तुलसी के अवदानों की जानकारी देते हुए अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन संतोष मेहता ने व आभार ज्ञापन जया जीरावला ने किया।