नामकरण संस्कार

नामकरण संस्कार

धुबड़ी। श्रीडूंगरगढ़ निवासी स्व. महालचंदजी व सरला देवी मालू की सुपौत्री एवं अरिहंत–उपमा मालु की सुपुत्री का नामकरण जैन संस्कार विधि से हुआ। संस्कारक आनन्द बरड़िया ने पूरे विधि विधान व मंगल मंत्रोच्चार से नामकरण संपादित करवाया।