अरे जागने वालों जागो, हम तुम्हें जगाने आए हैं
महातपस्वी राष्ट्रसंत आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी उदितयशाजी ठाणा-4 ने तेरापंथ सभा भवन गांधीनगर में उल्लास एवम उमंग के साथ अहिंसा रेली के साथ प्रवेश किया। साध्वी उदितयशाजी ने अपने वक्तव्य में कहा कि यह चातुर्मास प्रयोगात्मक हो उसके लिए हमें अपनी पुरानी विचारधारा में कुछ नया जोड़ना होगा और कुछ घटाना भी होगा। हमें आडंबर और प्रदर्शन की भावना से ऊपर उठना होगा। 'अरे जागने वालों जागो, हम तुम्हें जगाने आए हैं' कविता के माध्यम से श्रावक समाज की चेतना को झकझोरने का प्रयास किया। आपने आगे कहा हमारा पहला लक्ष्य है हमारा साधुपन अच्छा पले, उसके बाद श्रावक व्रत की आराधना में आपके सहयोगी बनें। हमारा और आपका एक ही ध्येय हो - गुरु दृष्टि के आधार पर आगे बढ़ना। सभा अध्यक्ष पारसमल भंसाली, युवक परिषद अध्यक्ष विमल धारीवाल, महिला मण्डल मंत्री ज्योति संचेती, ट्रस्ट मंत्री गौतम डोसी, होसकोटे से सभा अध्यक्ष इंदरचंद धोका ने भावाभिव्यक्ति दी। प्रज्ञा संगीत सुधा व महिला मण्डल ने सुंदर स्वागत गीतिका की प्रस्तुति दी।
साध्वी संगीतप्रभाजी, साध्वी भव्ययशाजी एवं साध्वी शिक्षाप्रभाजी ने गुरुदेव की दृष्टि व संदेश को एक सुंदर संवाद के माध्यम से प्रस्तुत किया और चातुर्मास हेतु निर्धारित मुख्य प्रोजेक्ट बताते हुए ज्ञानशाला, बारह व्रती श्रावक, सुमंगल साधना की विशेष प्रेरणा दी। सभा, ज्ञानशाला, महिला मण्डल, युवक परिषद अणुव्रत समिति, टीपीएफ, कन्या मण्डल, ट्रस्ट के सदस्यों ने मिलकर साध्वीश्री के मिशन एवम प्रोजेक्ट की सुंदर व शालीन प्रस्तुति दी। रैली की सुंदर आयोजना में संयोजक अनिल पोखरना का महत्वपूर्ण योगदान रहा।